यदि वह मेरी आज्ञाओं और न्याय-सिद्धान्तों का दृढ़तापूर्वक पालन करेगा, जैसा वह आजकल कर रहा है, तो मैं उसके राज्य को सदा सुदृढ़ रखूंगा।”
1 इतिहास 28:8 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसलिए अब समस्त इस्राएली राष्ट्र के सम्मुख, प्रभु की धर्मसभा के सम्मुख, अपने परमेश्वर को सुनाते हुए मैं तुम्हें यह आदेश दे रहा हूँ: प्रभु परमेश्वर की समस्त आज्ञाओं की ओर ध्यान दो, और उनका पालन करो। तब तुम इस उत्तम देश पर अधिकार कर सकोगे, और इसको अपने बाद स्थायी पैतृक-भूमि के रूप में अपनी सन्तान के लिए छोड़ जाओगे। पवित्र बाइबल दाऊद ने कहा, “अब, इस्राएल और परमेश्वर के सामने मैं तुमसे ये बातें कहता हूँ: यहोवा अपने परमेश्वर के सभी आदेशों को मानने में सावधान रहो! तब तुम इस अच्छे देश को अपने पास रख सकते हो और तुम सदा के लिए इसे अपने वंशजों को दे सकते हो। Hindi Holy Bible इसलिये अब इस्राएल के देखते अर्थात यहोवा की मण्डली के देखते, और अपने परमेश्वर के साम्हने, अपने परमेश्वर यहोवा की सब आज्ञाओं को मानो और उन पर ध्यान करते रहो; ताकि तुम इस अच्छे देश के अधिकारी बने रहो, और इसे अपने बाद अपने वंश का सदा का भाग होने के लिये छोड़ जाओ। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये अब इस्राएल के देखते अर्थात् यहोवा की मण्डली के देखते, और अपने परमेश्वर के सामने अपने परमेश्वर यहोवा की सब आज्ञाओं को मानो और उन पर ध्यान करते रहो; ताकि तुम इस अच्छे देश के अधिकारी बने रहो, और इसे अपने बाद अपने वंश का सदा का भाग होने के लिये छोड़ जाओ। सरल हिन्दी बाइबल “इसलिये अब, सारे इस्राएल के सामने, जो याहवेह की सभा है और हमारे परमेश्वर के सामने याहवेह तुम्हारे परमेश्वर के सभी आदेशों का यत्न से पालन करो कि इस समृद्ध भूमि पर तुम अधिकारी बने रहो और तुम अपने बाद हमेशा के लिए अपने बच्चों को सौंपते जाओ. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए अब इस्राएल के देखते अर्थात् यहोवा की मण्डली के देखते, और अपने परमेश्वर के सामने, अपने परमेश्वर यहोवा की सब आज्ञाओं को मानो और उन पर ध्यान करते रहो; ताकि तुम इस अच्छे देश के अधिकारी बने रहो, और इसे अपने बाद अपने वंश का सदा का भाग होने के लिये छोड़ जाओ। |
यदि वह मेरी आज्ञाओं और न्याय-सिद्धान्तों का दृढ़तापूर्वक पालन करेगा, जैसा वह आजकल कर रहा है, तो मैं उसके राज्य को सदा सुदृढ़ रखूंगा।”
‘ओ मेरे पुत्र सुलेमान, अपने पिता के परमेश्वर का अनुभव कर, और अपने सम्पूर्ण हृदय और प्रसन्न चित्त से उसकी सेवा कर। प्रभु हृदय को परखता है। वह हर एक योजना और विचार को जानता है। यदि तू उसको खोजेगा तो वह तुझको प्राप्त होगा। परन्तु यदि तू उसको त्याग देगा, तो वह तुझे सदा के लिए त्याग देगा।
अत: तुम उन जातियों से विवाह-सम्बन्ध स्थापित न करना : न अपनी पुत्रियों का विवाह उनके पुत्रों से करना, और न ही अपने पुत्रों का विवाह उनकी पुत्रियों से करना। उनकी सुख-समृद्धि की कामना मत करना। तब तुम शक्तिशाली बनोगे, उस देश की उत्तमोत्तम वस्तुओं का उपभोग करोगे, और अपने बाद अपनी सन्तान को उसे पैतृक-अधिकार में छोड़ जाओगे।”
‘जो बातें मैंने तुमसे कही हैं, उनका पालन करना। तू अन्य देवताओं के नाम भी नहीं लेना, ये नाम तेरे मुंह से न निकलें और सुनाई भी न दें।
सज्जन अपने वंश के लिए पैतृक सम्पत्ति छोड़ जाता है; किन्तु पापी का धन धार्मिक मनुष्य के हाथ लगता है।
प्रभु के ग्रन्थ में ढूंढ़ो, और उसको पढ़ो। उपरोक्त पक्षियों में से एक भी नहीं छूटा; एक भी पक्षी बिना अपने जोड़े के नहीं रहेगा। प्रभु ने अपने मुख से यह आदेश दिया है, उसके आत्मा ने उन्हें एकत्र किया है।
मैंने आप को तुरन्त बुला भेजा और आपने पधारने की कृपा की है। प्रभु ने आप को जो-जो आदेश दिये हैं, उन्हें सुनने के लिए हम सब परमेश्वर के सम्मुख उपस्थित हैं।”
ये यहूदी थिस्सलुनीके के यहूदियों से अधिक उदार थे। वे बड़ी उत्सुकता से प्रभु का संदेश सुनते थे और उसकी सच्चाई की जाँच करने के लिए प्रतिदिन धर्मग्रन्थ का परिशीलन करते थे।
इस्राएल के धर्मवृद्धों के साथ मूसा ने लोगों को यह आज्ञा दी, ‘जो आदेश आज मैं तुम्हें दे रहा हूँ, उन सब का तुम पालन करना।
वरन् जो व्यक्ति आज हमारे साथ प्रभु परमेश्वर के सम्मुख खड़ा है, और जो हमारे साथ आज यहाँ नहीं है, उन दोनों के साथ ही यह विधान स्थापित किया जा रहा है।
‘अब, ओ इस्राएल, जो संविधि और न्याय-सिद्धान्त पालन करने के लिए आज मैं तुम्हें सिखाऊंगा, उनको तुम सुनना, जिससे तुम जीवित रह सको और उस देश में प्रवेश कर उस पर अधिकार कर सको, जो तुम्हारे पूर्वजों का प्रभु परमेश्वर तुम्हें दे रहा है।
तो मैं आज आकाश और पृथ्वी को तुम्हारे विरुद्ध साक्षी देने के लिए बुलाता हूं: तुम उस देश में अविलम्ब मिट जाओगे जहां तुम यर्दन नदी को पार कर अधिकार करने के लिए जा रहे हो। तुम उस पर अधिक दिन तक जीवित नहीं रह सकोगे, वरन् पूर्णत: मिट जाओगे।
तुम उनका पालन करना और उनके अनुसार कार्य करना, क्योंकि इनके द्वारा ही दूसरी जातियों की दृष्टि में तुम्हारी बुद्धि और समझ प्रकट होगी। जब वे इन संविधियों के विषय में सुनेंगी तब कहेंगी, “निस्सन्देह, इस महान् राष्ट्र के लोग बुद्धिमान और समझदार हैं।”
तुम उनका पालन करना, और उनके अनुसार कार्य करना; जैसी तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने तुम्हें आज्ञा दी है। तुम न दाहिनी ओर मुड़ना और न बायीं ओर।
जिस मार्ग पर चलने की आज्ञा तुम्हारे प्रभु परमेश्वर ने दी है, तुम उस पर चलना। तब तुम जीवित रहोगे, तुम्हारा भला होगा, और जिस देश पर तुम अधिकार करने जा रहे हो, उसमें तुम बहुत दिन तक जीवित रह सकोगे।
यदि तुम प्रभु को त्यागकर अन्य जातियों के देवताओं की आराधना करोगे तो वह तुमसे विमुख हो जाएगा। वह तुम्हारी भलाई करने के पश्चात् भी तुम्हारा अनिष्ट कर सकता है। तुम्हें पूर्णत: नष्ट कर सकता है।’