महाराज, मेरे स्वामी, समस्त इस्राएली राष्ट्र की आंखें आप पर लगी हैं। कृपाकर, आप उन्हें बता दीजिए कि आपके पश्चात् आपके सिंहासन पर कौन बैठेगा।
1 इतिहास 28:10 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अब ध्यान दे! प्रभु ने तुझे चुना है ताकि तू पवित्र स्थान के लिए एक भवन का निर्माण करे। शक्तिशाली बन, और यह निर्माण-कार्य आरम्भ कर!’ पवित्र बाइबल सुलैमान, तुम्हें यह समझना चाहिये कि यहोवा ने तुमको अपना पवित्र स्थान मन्दिर बनाने के लिये चुना है। शक्तिशाली बनो और कार्य को पूरा करो।” Hindi Holy Bible अब चौकस रह, यहोवा ने तुझे एक ऐसा भवन बनाने को चुन लिया है, जो पवित्रस्थान ठहरेगा, हियाव बान्धकर इस काम में लग जा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अब चौकस रह, यहोवा ने तुझे एक ऐसा भवन बनाने को चुन लिया है, जो पवित्रस्थान ठहरेगा, हियाव बाँधकर इस काम में लग जा।” सरल हिन्दी बाइबल अब सावधान हो जाओ, क्योंकि याहवेह ने तुम्हें मंदिर के भवन को बनाने के लिए चुना है. दृढ़ निश्चय के साथ इस काम को पूरा करो.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अब चौकस रह, यहोवा ने तुझे एक ऐसा भवन बनाने को चुन लिया है, जो पवित्रस्थान ठहरेगा, हियाव बाँधकर इस काम में लग जा।” |
महाराज, मेरे स्वामी, समस्त इस्राएली राष्ट्र की आंखें आप पर लगी हैं। कृपाकर, आप उन्हें बता दीजिए कि आपके पश्चात् आपके सिंहासन पर कौन बैठेगा।
‘देख, अब मैं मृत्यु के उस मार्ग पर हूं जिस पर सब को चलना है। तू शक्तिशाली बन! अपना पौरुष दिखा।
जो संविधियां और न्याय-सिद्धान्त प्रभु ने इस्राएली राष्ट्र के लिए मूसा को दिए थे, यदि तू उनका पालन करने में तत्पर रहेगा तो तू फूलेगा-फलेगा। शक्तिशाली और साहसी बन! भयभीत मत हो! निराश मत हो!
तब दाऊद ने अपने पुत्र सुलेमान से यह कहा, ‘शक्तिशाली बन! साहस कर! और निर्माण-कार्य कर। मत डर, और न निराश हो। प्रभु परमेश्वर, मेरा परमेश्वर तेरे साथ है। जब तक प्रभु की आराधना के लिए भवन-निर्माण का कार्य समाप्त नहीं होगा, वह तुझे नहीं छोड़ेगा और न ही तेरा त्याग करेगा।
प्रभु ने मुझसे कहा, “तेरा पुत्र सुलेमान मेरे भवन और आंगनों का निर्माण करेगा; क्योंकि मैंने उसको अपना पुत्र बनाने के लिए चुना है। मैं उसका पिता बनूंगा।
अब आप उठिए, क्योंकि यह काम केवल आप ही का है, पर हम आपके साथ हैं। शक्तिशाली बनिए, और इस कार्य को पूरा कीजिए।’
तुम अपने विषय में जागरूक रहो तथा अपनी शिक्षा के विषय में सावधान रहो। इन बातों में दृढ़ बने रहो। ऐसा करने से तुम अपनी तथा अपने श्रोताओं की मुक्ति का कारण बनोगे।