प्रभु ने मूसा से कहा, ‘तू, हारून, नादब, अबीहू तथा इस्राएल के सत्तर धर्मवृद्ध मेरे पास ऊपर आएँ और दूर से वन्दना करें।
1 इतिहास 24:2 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) नादाब और अबीहू की मृत्यु उनके पिता के पूर्व हो गई थी। उनके कोई पुत्र न था। इसलिए एलआजर और ईतामार पुरोहित के पद पर नियुक्त हुए। पवित्र बाइबल किन्तु नादाब और अबीहू अपने पिता की मृत्यु के पहले ही मर गये और नादाब और अबीहू के कोई पुत्र नहीं था इसलिये एलीआजर और ईतामार ने याजक के रुप में कार्य किया। Hindi Holy Bible परन्तु नादाब और अबीहू अपने पिता के साम्हने पुत्रहीन मर गए, इस लिये याजक का काम एलीआजर और ईतामार करते थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु नादाब और अबीहू अपने पिता के सामने पुत्रहीन मर गए, इसलिये याजक का काम एलीआज़ार और ईतामार करते थे। सरल हिन्दी बाइबल मगर नादाब और अबीहू की मृत्यु उनके पिता के देखते-देखते हो गई थी. उनके कोई संतान भी न थी. फलस्वरूप एलिएज़र और इथामार ने पौरोहितिक कार्यभार अपने ऊपर ले लिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु नादाब और अबीहू अपने पिता के सामने पुत्रहीन मर गए, इसलिए याजक का काम एलीआजर और ईतामार करते थे। |
प्रभु ने मूसा से कहा, ‘तू, हारून, नादब, अबीहू तथा इस्राएल के सत्तर धर्मवृद्ध मेरे पास ऊपर आएँ और दूर से वन्दना करें।
तू उनकी कमर कमरबन्द से बांधना। उनको टोपी पहनाना। तब स्थायी संविधि के द्वारा उन्हें पुरोहिताई प्राप्त होगी। इस रीति से तू हारून और उसके पुत्रों का पुरोहित-पद के लिए अभिषेक करना।
हारून ने अम्मीनादाब की पुत्री और नहशोन की बहिन एलीशेबा से विवाह किया। उसने उससे नादब, अबीहू, एलआजर और ईतामर नामक पुत्रों को जन्म दिया।
मूसा हारून तथा उसके बचे हुए दोनों पुत्रों−एलआजर और ईतामर−से बोले, ‘प्रभु को अग्नि में अर्पित अन्न-बलि का शेष भाग लो, और उसको बिना खमीर डाले वेदी के निकट खाओ; क्योंकि वह परम पवित्र है।
तब प्रभु के सम्मुख से आग निकली, और उसने उनको भस्म कर दिया। वे प्रभु के सम्मुख मर गए।
किन्तु तू और तेरे साथ तेरे पुत्र वेदी से सम्बन्धित तथा अन्त:-पट के पीछे पुरोहितीय कार्यों का दायित्व सम्भालेंगे। तुम सेवा-कार्य करोगे। मैं तुम्हें पुरोहितीय कार्य दान-स्वरूप प्रदान करता हूं। समीप आने वाले अपुरोहित व्यक्ति को मृत्यु-दण्ड दिया जाएगा।’
किन्तु जब नादब और अबीहू ने सीनय के निर्जन प्रदेश में प्रभु के सम्मुख अपवित्र अग्नि चढ़ाई तब वे मर गए। उनके कोई सन्तान न थी। अत: केवल एलआजर और ईतामर अपने पिता हारून के जीवनकाल में पुरोहित का कार्य करते रहे।