उसके पति ने कहा, ‘तुम आज ही उनके पास क्यों जाना चाहती हो? आज न नवचन्द्र पर्व है, और न विश्राम-दिवस।’ परन्तु उसने कहा, ‘कल्याण ही होगा।’
1 इतिहास 23:31 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसके अतिरिक्त जब विश्राम-दिवस पर, नवचन्द्र पर्व पर तथा अन्य पर्वों पर अन्न-बलि चढ़ाई जाएगी, तब जितने उप-पुरोहितों की आवश्यकता पड़ेगी उतने उप-पुरोहित प्रभु के सम्मुख नियमित रूप से उपस्थित होंगे। पवित्र बाइबल लेवीवंशी यहोवा को सभी होमबलियाँ विश्राम के विशेष दिनों, नवचन्द्र उत्सवों और सभी अन्य विशेष पर्व के दिनों, पर तैयार करते थे। वे यहोवा के सामने प्रतिदिन सेवा करते थे। कितने लेवीवंशी हर बार सेवा करेंगे उसके लिये विशेष नियम थे। Hindi Holy Bible और विश्राम दिनोंऔर नये चान्द के दिनों, और नियत पर्व्वों में गिनती के नियम के अनुसार नित्य यहोवा के सब होमबलियों को चढ़ाएं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और विश्रामदिनों और नये चाँद के दिनों, और नियत पर्वों में गिनती के नियम के अनुसार नित्य यहोवा के सब होमबलियों को चढ़ाएँ। सरल हिन्दी बाइबल याहवेह को शब्बाथों, नए चांद उत्सवों और सम्मेलनों में इनके बारे में दिए गए आदेशों के अनुसार लगातार होमबलि चढ़ाते रहना. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और विश्रामदिनों और नये चाँद के दिनों, और नियत पर्वों में गिनती के नियम के अनुसार नित्य यहोवा के सब होमबलियों को चढ़ाएँ; |
उसके पति ने कहा, ‘तुम आज ही उनके पास क्यों जाना चाहती हो? आज न नवचन्द्र पर्व है, और न विश्राम-दिवस।’ परन्तु उसने कहा, ‘कल्याण ही होगा।’
वे प्रतिदिन प्रात: और संध्या समय प्रभु के सम्मुख खड़े होकर प्रभु की सराहना और स्तुति करेंगे।
जब उन्होंने काम पूरा कर लिया तब वे बचा हुआ रुपया राजा योआश और पुरोहित यहोयादा के पास लाए। बचे हुए सिक्कों से प्रभु के भवन के लिए पवित्र पात्र खरीदे गए: आराधना-कार्य के पात्र, अग्नि-बलि के पात्र, सुगन्धित धूप-बलि के पात्र तथा सोना-चांदी के अन्य पात्र। जब तक पुरोहित यहोयादा जीवित रहा तब तक प्रभु के भवन में नियमित रूप से अग्नि-बलि चढ़ाई जाती रही।
‘तू इस्राएली समाज से यह कहना : तुम सातवें महीने के प्रथम दिन परम विश्राम-दिवस मनाना। इस स्मरण दिवस की, पवित्र समारोह की घोषणा नरसिंगे के स्वर से करना।
‘सातवें महीने के पन्द्रहवें दिन, जब तुम भूमि की फसल एकत्र करोगे तब प्रभु के लिए सात दिन तक पर्व मनाना। पहला दिन परम विश्राम-दिवस होगा; आठवां दिन भी परम विश्राम-दिवस होगा।
तुम अपने आनन्द-दिवसों पर, निर्धारित पर्वों पर तथा प्रत्येक महीने के प्रथम दिन, अग्नि-बलि एवं सहभागिता-बलि चढ़ाते समय तुरहियां फूंकना। ये मुझ-परमेश्वर के सम्मुख तुम्हारा स्मरण कराएंगी। मैं प्रभु तुम्हारा परमेश्वर हूँ।’
इसलिए किसी को यह अधिकार नहीं कि वह खान-पान, पर्व, अमावस्या या विश्राम-दिवस के विषय में आप लोगों पर दोष लगाये।