ये दाऊद के अन्तिम वचन हैं : ‘यिशय के पुत्र दाऊद की वाणी, परमेश्वर द्वारा उच्च स्थान पर प्रतिष्ठित किए गए व्यक्ति की वाणी; याकूब के परमेश्वर के अभिषिक्त, इस्राएली राष्ट्र के प्रिय गायक की वाणी।
1 इतिहास 23:27 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) दाऊद के अन्तिम आदेश से बीस वर्ष तथा उससे अधिक आयु के लेवी कुल के पुरुषों की गणना की गई।) पवित्र बाइबल दाऊद के अन्तिम निर्देश इस्राएल के लोगों के लिये, लेवी के परिवार समूह के वंशजों को गिनना था। उन्होंने लेवीवंशियों के बीस वर्ष और उससे ऊपर के व्यक्तियों को गिना। Hindi Holy Bible क्योंकि दाऊद की पिछली आज्ञाओं के अनुसार बीस वर्ष वा उस से अधिक अवस्था के लेवीय गिने गए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि दाऊद की पिछली आज्ञाओं के अनुसार बीस वर्ष या उससे अधिक अवस्था के लेवीय गिने गए। सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि दावीद के पिछले आदेश के अनुसार बीस साल और इससे ऊपर के लेवियों का नाम लिखा गया था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि दाऊद की पिछली आज्ञाओं के अनुसार बीस वर्ष या उससे अधिक अवस्था के लेवीय गिने गए। |
ये दाऊद के अन्तिम वचन हैं : ‘यिशय के पुत्र दाऊद की वाणी, परमेश्वर द्वारा उच्च स्थान पर प्रतिष्ठित किए गए व्यक्ति की वाणी; याकूब के परमेश्वर के अभिषिक्त, इस्राएली राष्ट्र के प्रिय गायक की वाणी।
लेवीय पितृकुलों के परिवार के ये ही मुखिया थे। इनकी आयु बीस वर्ष तथा इससे अधिक थी। इनका नाम पंजीकृत किया गया था। इन्हें प्रभु-भवन के सेवा-कार्यों का दायित्व सौंपा गया था।
अत: अब लेवीय उप-पुरोहितों को प्रभु के शिविर, तथा उसकी आराधना में प्रयुक्त होने वाली वस्तुओं को ढोने की आवश्यकता नहीं रही।’ (
‘अब ये मन्दिर में प्रभु की आराधना के लिए हारून के वंशजों−पुरोहितों−की सहायता करेंगे। ये भवन के आंगनों और कक्षों का दायित्व संभालेंगे। पवित्र पात्रों को धोएंगे। वस्तुत: ये परमेश्वर के भवन के सब सेवा-कार्य करेंगे।
तीस वर्ष तथा उससे अधिक आयु के उप-पुरोहितों की गणना की गई। इनकी कुल संख्या अड़तीस हजार थी।
पुरोहितों की नामावली उनके पितृकुलों के अनुसार तैयार की गई थी और उप-पुरोहितों की नामावली उनके सेवा-कार्य तथा दल के अनुसार। उप-पुरोहितों की आयु बीस वर्ष तथा उससे ऊपर होती थी।
जब वे पवित्र निवास-स्थान में सेवा करेंगे तब वे मिलन-शिविर के समस्त उपकरणों की देखभाल करेंगे, और इस्राएली समाज का उत्तरदायित्व संभालेंगे।
जो तीस वर्ष से पचास वर्ष तक की आयु के हैं, जो मिलन-शिविर के आन्तरिक कार्यों को करने के लिए सेवा-दल में भरती हो सकते हैं।