1 इतिहास 23:24 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) लेवीय पितृकुलों के परिवार के ये ही मुखिया थे। इनकी आयु बीस वर्ष तथा इससे अधिक थी। इनका नाम पंजीकृत किया गया था। इन्हें प्रभु-भवन के सेवा-कार्यों का दायित्व सौंपा गया था। पवित्र बाइबल लेवी के वंशज ये थे। वे अपने परिवार के अनुसार सूची में अंकित थे। वे परिवारों के प्रमुख थे। हर एक व्यक्ति का नाम सूची में अंकित था। जो सूची में अंकित थे, वे बीस वर्ष के या उससे ऊपर के थे। वे यहोवा के मन्दिर में सेवा करते थे। Hindi Holy Bible लेवीय पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष ये ही थे, ये नाम ले ले कर, एक एक पुरुष कर के गिने गए, और बीस वर्ष की वा उस से अधिक अवस्था के थे और यहोवा के भवन में सेवा टहल करते थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) लेवीय पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष ये ही थे, ये नाम ले लेकर, एक एक पुरुष करके गिने गये, और बीस वर्ष की या उस से अधिक अवस्था के थे और यहोवा के भवन में सेवा टहल करते थे। सरल हिन्दी बाइबल कुलों के लेखों के अनुसार लेवी के पुत्र इस प्रकार थे—ये उन घरानों के प्रधान थे, जिनके नाम गिनती में लिखे गए थे, जिनका काम था याहवेह के भवन में सेवा करना. इनकी उम्र बीस साल और इससे ऊपर की होती थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 लेवीय पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष ये ही थे, ये नाम ले लेकर, एक-एक पुरुष करके गिने गए, और बीस वर्ष की या उससे अधिक अवस्था के थे और यहोवा के भवन में सेवा टहल करते थे। |
दाऊद के अन्तिम आदेश से बीस वर्ष तथा उससे अधिक आयु के लेवी कुल के पुरुषों की गणना की गई।)
तीस वर्ष तथा उससे अधिक आयु के उप-पुरोहितों की गणना की गई। इनकी कुल संख्या अड़तीस हजार थी।
पुरोहितों की नामावली उनके पितृकुलों के अनुसार तैयार की गई थी और उप-पुरोहितों की नामावली उनके सेवा-कार्य तथा दल के अनुसार। उप-पुरोहितों की आयु बीस वर्ष तथा उससे ऊपर होती थी।
यरूशलेम में परमेश्वर के भवन में वापस लौटने के दूसरे वर्ष के दूसरे महीने में जरूब्बाबेल बेन-शालतीएल तथा येशुअ बेन-योसादाक ने अपने भाई-बन्धुओं, सहयोगी पुरोहितों, उपपुरोहितों और उन सब इस्राएलियों के साथ, जो निष्कासन से यरूशलेम वापस आए थे, भवन के पुनर्निर्माण का कार्य आरम्भ किया। उन्होंने बीस वर्ष से अधिक आयु के लेवीय उपपुरोहितों को प्रभु-भवन के निरीक्षण-कार्य का दायित्व सौंपा।
शहरपनाह का निर्माण हो चुका था, और मैं उसके प्रवेश-द्वारों में दरवाजे भी लगा चुका था। द्वारपालों, मन्दिर के गायकों और उप-पुरोहितों की नियुिक्त की जा चुकी थी।
और दूसरे महीने के पहले दिन उन्होंने समस्त इस्राएली मंडली को एकत्र किया। लोगों ने अपने गोत्रों और पूर्वजों के परिवारों में नामों की संख्या के अनुसार बीस वर्ष तथा इससे अधिक आयु के प्रत्येक व्यक्ति की, जो युद्ध में जाने के योग्य था, हर एक सिर की, गणना करवाई,
शिमोन-कुल के वंशजों की संख्या, उनकी पीढ़ी के गोत्रों और पूर्वजों के परिवारों में, नामों की गिनती के अनुसार, हरएक सिर, प्रत्येक पुरुष, जो बीस वर्ष तथा इससे अधिक आयु का था और युद्ध में जाने के योग्य था, यह थी :
जब निवास-स्थान उतारा गया, तब उसके वाहक गेर्शोन वंशीय एवं मरारी वंशीय लोगों ने प्रस्थान किया।
उसके पश्चात् कहाती लोगों ने पवित्र वस्तुएं उठाईं और प्रस्थान किया। (अगले विश्राम-स्थल पर उनके आगमन के पूर्व ही निवास-स्थान को खड़ा कर दिया गया।)
किन्तु तुम लोग पवित्र-स्थान तथा वेदी के समस्त सेवा-कार्य का दायित्व संभालोगे जिससे इस्राएली समाज पर मेरा क्रोध पुन: न भड़के।
ये अपने पूर्वजों के परिवार के अनुसार गिने हुए इस्राएली पुरुष हैं। जो पुरुष पड़ावों में अपने-अपने दलों में थे, उनकी कुल संख्या छ: लाख तीन हजार पांच सौ पचास थी।
‘तू लेवी कुल के पुरुषों की, उनके पूर्वजों के परिवारों और गोत्रों के अनुसार, गणना करना। तू एक माह तथा इससे अधिक आयु के प्रत्येक बालक अथवा पुरुष की गणना करना।’
ये मरारी के पुत्र हैं, जिनसे उनके गोत्र चले : महली और मूशी। ये अपने पूर्वजों के परिवारों के अनुसार लेवीय गोत्र हैं।
तू प्रति व्यक्ति के लिए चांदी के पांच सिक्के लेना। ये पवित्र-स्थान की तौल के अनुसार हों, अर्थात् एक सिक्के में प्राय: बारह ग्राम हो।
तू तीस वर्ष से पचास वर्ष तक की आयु के पुरुषों को गिनना, जो मिलन-शिविर के आन्तरिक कार्यों को करने के लिए सेवा-दल में भरती हो सकते हैं।
जो तीस वर्ष से पचास वर्ष तक की आयु के हैं, जो मिलन-शिविर के आन्तरिक कार्यों को करने के लिए सेवा-दल में भरती हो सकते हैं।
‘यह लेवियों के लिए नियम है : जो पच्चीस वर्ष अथवा इससे अधिक आयु के हैं, वे मिलन-शिविर के आन्तरिक कार्यों को करने के लिए सेवा-दल में प्रवेश करेंगे।