स्वर्गदूत ने यरूशलेम नगर के वासियों को नष्ट करने के लिए उसकी ओर हाथ उठाया। परन्तु उस क्षण ही प्रभु यह विपत्ति देखकर दु:खी हुआ। उसने लोगों का संहार करने वाले दूत से कहा, ‘बस! यह पर्याप्त है। अपना हाथ रोक ले।’ उस समय प्रभु का दूत यबूसी जाति के अरौनाह नामक व्यक्ति के खलियान के पास पहुँचा था।
तीन वर्ष तक अकाल; अथवा तीन महीने तक तेरे बैरियों के द्वारा तेरा विनाश, अर्थात् तीन महीने तक तेरे शत्रुओं की तलवार तुझ पर चलती रहेगी; अथवा तीन दिन मुझ-प्रभु की तलवार का चलना, अर्थात् तेरे देश पर तीन दिन तक महामारी का प्रकोप−जब तक मेरा दूत समस्त इस्राएली देश का महाविनाश न करे।” महाराज, आप निर्णय कीजिए कि मैं लौटकर अपने भेजने वाले को क्या उत्तर दूं।’
दाऊद ने वहां प्रभु के लिए वेदी निर्मित की, और अग्नि-बलि तथा सहभागिता-बलि तैयार की। उसने प्रभु को पुकारा, और प्रभु ने अग्नि-बलि की वेदी पर आकाश से अग्नि की वर्षा कर दाऊद को उत्तर दिया।