तब ये तीन महायोद्धा पलिश्ती पड़ाव को चीर कर बेतलेहम के प्रवेश-द्वार के कुएँ पर पहुँचे। उन्होंने कुएँ से पानी खींचा। वे पानी लेकर दाऊद के पास आए। परन्तु दाऊद ने पानी पीने से इन्कार कर दिया। उसने पानी को प्रभु के सम्मुख उण्डेल दिया।
1 इतिहास 11:18 - पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब ये तीन महायोद्धा पलिश्ती पड़ाव को चीरकर बेतहेलम के प्रवेश-द्वार पर पहुंचे। उन्होंने कुएं से पानी खींचा। वे पानी लेकर दाऊद के पास आए। परन्तु दाऊद ने पानी पीने से इनकार कर दिया। उसने पानी को प्रभु के नाम पर अर्पण कर उण्डेल दिया। पवित्र बाइबल तब तीन वीरों ने पलिश्ती सेना के बीच से युद्ध करते हुए अपना रास्ता बनाया और नगर—द्वार के निकट बेतलेहेम के कुएँ से पानी लिया। तीनों वीर दाऊद के पास पानी ले गए। किन्तु दाऊद ने पानी पीने से इन्कार कर दिया। उसने पानी को यहोवा के नाम पर अर्पण कर, उण्डेल दिया। Hindi Holy Bible तब वे तीनोंजन पलिश्तियों की छावनी में टूट पड़े और बेतलेहेम के फाटक के कुएं से पानी भर कर दाऊद के पास ले आए; परन्तु दाऊद ने पीने से इनकार किया और यहोवा के साम्हने अर्घ कर के उण्डेला। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब वे तीनों जन पलिश्तियों की छावनी पर टूट पड़े और बैतलहम के फाटक के कुएँ से पानी भरकर दाऊद के पास ले आए; परन्तु दाऊद ने पीने से इन्कार किया और यहोवा के सामने अर्घ करके उण्डेला; सरल हिन्दी बाइबल वे तीनों फिलिस्तीनियों के शिविर में से बचते-बचाते जाकर उस कुएं से, जो बेथलेहेम के द्वार के निकट था, दावीद के लिए जल ले आए. मगर दावीद ने वह जल पिया नहीं, उन्होंने उसे याहवेह के सामने उंडेल दिया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब वे तीनों जन पलिश्तियों की छावनी पर टूट पड़े और बैतलहम के फाटक के कुएँ से पानी भरकर दाऊद के पास ले आए; परन्तु दाऊद ने पीने से इन्कार किया और यहोवा के सामने अर्घ करके उण्डेला: |
तब ये तीन महायोद्धा पलिश्ती पड़ाव को चीर कर बेतलेहम के प्रवेश-द्वार के कुएँ पर पहुँचे। उन्होंने कुएँ से पानी खींचा। वे पानी लेकर दाऊद के पास आए। परन्तु दाऊद ने पानी पीने से इन्कार कर दिया। उसने पानी को प्रभु के सम्मुख उण्डेल दिया।
दाऊद ने उत्कण्ठा से कहा, ‘कौन मुझे बेतलेहम के प्रवेश-द्वार के कुए से पीने के लिए पानी लाकर देगा?’
उसने कहा, ‘प्रभु मुझसे यह कार्य कदापि न कराए। मैं इन लोगों का जीवन-रक्त नहीं पिऊंगा। ये अपने प्राण को दांव पर लगाकर यह पानी लाए हैं।’ अत: उसने उस पानी को नहीं पिया। उन तीन महायोद्धाओं ने ऐसे ही कार्य किए थे।
ओ मेरे प्रियतम! मुझे मुहर की तरह अपने हृदय पर अंकित कर लो। ताबीज के समान अपनी बाँह पर बांध लो, क्योंकि प्रेम मृत्यु जैसा शक्तिशाली है, और ईष्र्या कबर के समान निर्दयी है। उसकी लपटें आग की लपटों जैसी होती हैं, उसकी ज्वाला बड़ी उग्र होती है।
किन्तु मेरी दृष्टि में मेरे जीवन का कोई मूल्य नहीं। मैं तो केवल अपनी दौड़ समाप्त करना और वह सेवाकार्य पूरा करना चाहता हूँ, जिसे प्रभु येशु ने मुझे सौंपा है − अर्थात् मैं परमेश्वर के अनुग्रह के शुभ समाचार की साक्षी देता रहूँ।
इस पर पौलुस ने कहा, “आप लोग यह क्या कह रहे हैं? आप रो-रो कर मेरा हृदय क्यों दु:खी कर रहे हैं? मैं प्रभु येशु के नाम के कारण यरूशलेम में न केवल बँधने, बल्कि मरने को भी तैयार हूँ।”
उसने अपने प्राण को हथेली पर रखकर पलिश्तियों का वध किया था। यों प्रभु ने समस्त इस्राएली जाति को एक महान विजय प्रदान की। आपने स्वयं उसको देखा, और आनन्द मनाया था। तब आप क्यों निर्दोष व्यक्ति के प्रति पाप करना चाहते हैं? क्यों आप दाऊद की अकारण हत्या करना चाहते हैं?’
अत: वे मिस्पाह में एकत्र हुए। उन्होंने पानी भरा और उसको प्रभु के सम्मुख उण्डेला। उन्होंने उस दिन उपवास किया। उन्होंने वहाँ यह स्वीकार किया, ‘हमने प्रभु के विरुद्ध पाप किया है।’ इस प्रकार शमूएल मिस्पाह में इस्राएलियों पर शासन करने लगा।