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होशे 13:13 - पवित्र बाइबल

उसका दण्ड ऐसा होगा जैसे कोई स्त्री प्रसव पीड़ा भोगती है; किन्तु वह पुत्र बुद्धिमान नहीं होगा उसकी जन्म की बेला आयेगी किन्तु वह पुत्र बच नहीं पायेगा।

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Hindi Holy Bible

उसको जच्चा की सी पीड़ाए उठेंगी, परन्तु वह निर्बुद्धि लड़का है जो जन्म के समय ठीक से नहीं आता।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

प्रसव-पीड़ा उसे होती है, पर उत्‍पन्न होनेवाला शिशु मूर्ख है। वह गर्भ के मुख से बाहर ही नहीं निकलता।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

उसको ज़च्‍चा की सी पीड़ाएँ उठेंगी, परन्तु वह निर्बुद्धि लड़का है जो जन्म लेने में देर करता है।

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सरल हिन्दी बाइबल

उसको एक स्त्री के बच्‍चे जनने की सी पीड़ा होगी, पर वह बिना बुद्धि का एक बच्चा है; जब प्रसव का समय आता है, तो उसे गर्भ से बाहर आने का ज्ञान नहीं होता.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

उसको जच्चा की सी पीड़ाएँ उठेंगी, परन्तु वह निर्बुद्धि लड़का है जो जन्म लेने में देर करता है।

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होशे 13:13
23 क्रॉस रेफरेंस  

उन्होंने यशायाह से कहा, “हिजकिय्याह यह कहता है, ‘यह हमारे लिये संकट’ दण्ड और अपमान का दिन है। यह बच्चों को जन्म देने जैसा समय है, किन्तु उन्हें जन्म देने के लिये कोई शक्ति नहीं है।


उन्हें भय ने दबोचा, वे भय से काँप उठे!


कुशल जन जब किसी विपत्ति को देखता है, उससे बचने के लिये इधर उधर हो जाता किन्तु मूर्ख उसी राह पर बढ़ता ही जाता है। और वह इसके लिये दुःख ही उठाता है।


हर कोई भयभीत होगा। डर से लोगों को ऐसे दुख लगेंगे जैसे किसी बच्चे को जन्म देने वाली माँ का पेट दुखने लगता है। उनके मुँह लाल हो जायेंगे, जैसे कोई आग हो। लोग अचरज में पड़ जायेंगे क्योंकि उनके सभी पड़ोसियों के मुखों पर भी भय दिखाई देगा।


मैंने यें भयानक बातें देखी और अब मैं बहुत डर गया हूँ। डर के मारे पेट में दर्द हो रहा है। यह दर्द प्रसव की पीड़ा जैसा है। जो बातें मैं सुनता हूँ, वे मुझे बहुत डराती है। जो बातें मैं देख रहा हूँ, उनके कारण मैं भय के मारे काँपने लगता हूँ।


हे यहोवा, हम तेरे कारण ऐसे होते हैं जैसे प्रसव पीड़ा को झेलती स्त्री हो जो बच्चे को जन्म देते समय रोती—बिलखती और पीड़ा भोगती है।


इन लोगों ने यशायाह से कहा, “राजा हिजकिय्याह ने कहा है कि आज का दिन शोक और दु:ख का एक विशेष दिन होगा। यह दिन एक ऐसा दिन होगा जैसे जब एक बच्चा जन्म लेता है। किन्तु बच्चे को जन्म देने वाली माँ में जितनी शक्ति होनी चाहिये उसमें उतनी ताकत नहीं होती।


जब मैं किसी स्त्री को बच्चा जनने की पीड़ा देता हूँ तो वह बच्चे को जन्म दे देती है।” तुम्हारा यहोवा कहता है, “मैं तुम्हें बच्चा जनने की पीड़ा में डालकर तुम्हारा गर्भद्वार बंद नहीं कर देता। मैं तुम्हें इसी तरह इन विपत्तियों में बिना एक नयी जाति प्रदान किये, नहीं डालूँगा।”


जब यहोवा उस रेवड़ का हिसाब तुमसे माँगेगा तो तुम उसे क्या उत्तर दोगे तुमसे आशा थी कि तुम परमेश्वर के बारे में लोगों को शिक्षा दोगे। तुम्हारे नेताओं से लोगों का नेतृत्व करने की आशा थी। लेकिन उन्होंने यह कार्य नहीं किये। अत: तुम्हें अत्यन्त दुःख व पीड़ा भुगतनी होगी।


“हे राजा, तुम देवदार से बने अपने महल में ऊँचे पर्वत पर रहते हो। तुम उसी तरह रह रहे हो, जैसा कि पहले लबानोन में रहे हो, जहाँ से यह लकड़ी लाई गई हैं। तुम समझते हो कि उँचे पर्वत पर अपने विशाल महल में तुम सुरक्षित हो। किन्तु तुम सचमुच तब कराह उठोगे जब तुम्हें तुम्हारा दण्ड मिलेगा। तुम प्रसव करती स्त्री की तरह पीड़ित होगे।”


“यह प्रश्न पूछो इस पर विचार करो: क्या कोई पुरुष बच्चे को जन्म दे सकता है निश्चय ही नही! तब मैं हर एक शक्तिशाली व्यक्ति को पेट पकड़े क्यों देखता हूँ मानों वे प्रसव करने वाली स्त्री की पीड़ा सह रहे हो क्यों हर एक व्यक्ति का मुख शव सा सफेद हो रहा है क्यों? क्योंकि लोग अत्यन्त भयभीत हैं।


मैं एक चीख सुनता हूँ जो उस स्त्री की चीख की तरह है जो बच्चा जन्म रही हो। यह चीख उस स्त्री की तरह है जो प्रथम बच्चे को जन्म रही हो। यह सिय्योन की पुत्री की चीख है। वह अपने हाथ प्रार्थना में यह कहते हुए उठा रही है, “आह! मैं मूर्छित होने वाली हूँ, हत्यारे मेरे चारों ओर हैं!”


दमिश्क नगर दुर्बल हो गया है। लोग भाग जाना चाहते हैं। लोग भय से घबराने को तैयार बैठे हैं। प्रसव करती स्त्री की तरह लोग पीड़ा और कष्ट का अनुभव कर रहे हैं।


इस्राएल के लोगों ने बहुत से बुरे कर्म किये हैं और वे बुरे कर्म ही उन्हें परमेश्वर के पास फिर लौटने से रोक रहे हैं। वे सदा ही दूसरे देवताओं के पीछे पीछे दौड़ते रहने के रास्ते सोचते रहते हैं। वे यहोवा को नहीं जानते।


“जब कोई स्त्री जनने लगती है, तब उसे पीड़ा होती है क्योंकि उसकी पीड़ा की घड़ी आ चुकी होती है। किन्तु जब वह बच्चा जन चुकी होती है तो इस आनन्द से कि एक व्यक्ति इस संसार में पैदा हुआ है वह आनन्दित होती है और अपनी पीड़ा को भूल जाती है।


किन्तु जब पौलुस नेकी, आत्मसंयम और आने वाले न्याय के विषय में बोल रहा था तो फेलिक्स डर गया और बोला, “इस समय तू चला जा, अवसर मिलने पर मैं तुझे फिर बुलवाऊँगा।”


क्योंकि उसने कहा है: “मैंने उचित समय पर तेरी सुन ली, और मैं उद्धार के दिन तुझे सहारा देने आया।” देखो! “उचित समय” यही है। देखो! “उद्धार का दिन” यही है।


चाहिए न वह व्यवहार तुम्हारा यहोवा को, तुम मूर्ख और बुद्धिहीन जन हो। योहवा परम पिता तुम्हारा है, उसने तुमको बनाया, उसने निज जन के दृढ़ बनाया तुमको।


जब लोग कह रहे होंगे कि “सब कुछ शांत और सुरक्षित है” तभी जैसे एक गर्भवती स्त्री को अचानक प्रसव वेदना आ घेरती है वैसे ही उन पर विनाश उतर आयेगा और वे कहीं बच कर भाग नहीं पायेंगे।