दुष्ट के मन में सदा भय समाया रहता है और इसी कारण वह भागता फिरता है। किन्तु धर्मी जन सदा निर्भय रहता है वैसे हो जैसे सिंह निर्भय रहता है।
रोमियों 10:20 - पवित्र बाइबल फिर यशायाह साहस के साथ कहता है: “मुझे उन लोगों ने पा लिया जो मुझे नहीं खोज रहे थे। मैं उनके लिए प्रकट हो गया जो मेरी खोज खबर में नहीं थे।” Hindi Holy Bible फिर यशायाह बड़े हियाव के साथ कहता है, कि जो मुझे नहीं ढूंढ़ते थे, उन्होंने मुझे पा लिया: और जो मुझे पूछते भी न थे, उन पर मैं प्रगट हो गया। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) फिर यशायाह ने साहस कर प्रभु का यह कथन सुनाया, “जो मुझे नहीं खोजते थे, उन्होंने मुझे पाया और जो मेरे विषय में प्रश्न नहीं पूछते थे, उन पर मैंने अपने को प्रकट किया।” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर यशायाह बड़े हियाव के साथ कहता है, “जो मुझे नहीं ढूँढ़ते थे, उन्होंने मुझे पा लिया; और जो मुझे पूछते भी न थे, उन पर मैं प्रगट हो गया।” नवीन हिंदी बाइबल फिर यशायाह बड़े साहस से कहता है : जो मुझे ढूँढ़ते नहीं थे, उन्होंने मुझे पा लिया, और जो मुझे पूछते नहीं थे, उन पर मैं प्रकट हो गया। सरल हिन्दी बाइबल इसके बाद भविष्यवक्ता यशायाह निडरतापूर्वक कहते हैं: मुझे तो उन्होंने पा लिया, जो मुझे खोज भी नहीं रहे थे तथा मैं उन पर प्रकट हो गया, जिन्होंने इसकी कामना भी नहीं की थी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर यशायाह बड़े साहस के साथ कहता है, “जो मुझे नहीं ढूँढ़ते थे, उन्होंने मुझे पा लिया; और जो मुझे पूछते भी न थे, उन पर मैं प्रगट हो गया।” |
दुष्ट के मन में सदा भय समाया रहता है और इसी कारण वह भागता फिरता है। किन्तु धर्मी जन सदा निर्भय रहता है वैसे हो जैसे सिंह निर्भय रहता है।
“तू मेरे लिये मेरा अति महत्त्वपूर्ण दास है। इस्राएल के लोग बन्दी बने हुए हैं। उन्हें मेरे पास वापस लौटा लाया जायेगा और तब याकूब के परिवार समूह मेरे पास लौट कर आयेंगे। किन्तु तेरे पास एक दूसरा काम है। वह काम इससे भी अधिक महत्त्वपूर्ण है! मैं तुझको सब राष्ट्रों के लिये एक प्रकाश बनाऊँगा। तू धरती के सभी लोगों की रक्षा के लिये मेरी राह बनेगा।”
किन्तु और भी बड़ी संख्या में लोग उसे देख कर चकित होंगे। राजा उसे देखकर आश्चर्य में पड़ जायेंगे और एक शब्द भी नहीं बोल पायेंगे। मेरे सेवक के बारे में उन लोगों ने वह कहानी बस सुनी ही नहीं है, जो कुछ हुआ था, बल्कि उन्होंने तो उसे देखा था। उन लोगों ने उस कहानी को सुना भर नहीं था, बल्कि उसे समझा था।”
जोर से पुकारो, जितना तुम पुकार सको! अपने को मत रोको! जोर से पुकारो जैसे नरसिंगा गरजता है! लोगों को उनके बुरे कामों के बारे में जो उन्होंने किये हैं, बताओ! याकूब के घराने को उनके पापों के बारे में बताओ!
फिर स्वामी ने सेवक से कहा, ‘सड़कों पर और खेतों की मेढ़ों तक जाओ और वहाँ से लोगों को आग्रह करके यहाँ बुला लाओ ताकि मेरा घर भर जाये।
क्योंकि वे उस धार्मिकता को नहीं जानते थे जो परमेश्वर से मिलती है और वे अपनी ही धार्मिकता की स्थापना का जतन करते रहे सो उन्होंने परमेश्वर की धार्मिकता को नहीं स्वीकारा।
तो फिर हम क्या कहें? हम इस नतीजे पर पहुँचे हैं कि अन्य जातियों के लोग जो धार्मिकता की खोज में नहीं थे, उन्होंने धार्मिकता को पा लिया है। वे जो विश्वास के कारण ही धार्मिक ठहराए गए।
किन्तु इस्राएल के लोगों ने जो ऐसी व्यवस्था पर चलना चाहते थे जो उन्हें धार्मिक ठहराती, उसके अनुसार नहीं जी सके।