मेरा मन दु:ख से मोआब के लिये रोता है। लोग कहीं शरण पाने को दौड़ रहे हैं। वे सुदूर जोआर में जाने को भाग रहे हैं। लोग दूर के देश एग्लतशलीशिय्या को भाग रहे हैं। लोग लूहीत की पहाड़ी चढ़ाई पर रोते बिलखाते हुए भाग रहे हैं। लोग होरोनैम के मार्ग पर और वे बहुत ऊँचे स्वर में रोते बिलखते हुए जा रहे हैं।
नारे लगाते हुए शत्रु ने ललकारा। घोर शत्रु ने चुनौतियाँ देने को ललकारा। किन्तु तूने हे परमेश्वर, उनको रोक लिया। वे नारे ऐसे थे जैसे गर्मी किसी खुश्क जगह पर। तूने उन क्रूर लोगों के विजय गीत ऐसे रोक दिये थे जैसे सघन मेघों की छाया गर्मी को दूर करती है।
बाबुल के राजा ने उन सेनाओं के बारे में सुना, और वह आतंकित हो गया। वह इतना डर गया है कि उसके हाथ हिल नहीं सकते। उसके डर से उसके पेट में ऐसे पीड़ा हो रही है, जैसे वह प्रसव करने वाली स्त्री हो।”
यहोवा ने यह भी कहा, “उस समय, लोग यरूशलेम में मत्स्य—द्वार पर सहायता के लिये पुकार रहे होंगे। नगर के अन्य भागों में भी लोग चिल्ला रहे होंगे और लोग नगर के चारों ओर की पहाड़ियों में चीज़ों के नष्ट होने की भारी आवाज़े सुन रहे होंगे।