जैसे तुम कहते हो वैसी बातें तो मैं भी कर सकता हूँ, यदि तुम्हें मेरे दु:ख झेलने पड़ते। तुम्हारे विरोध में बुद्धिमत्ता की बातें मैं भी बना सकता हूँ और अपना सिर तुम पर नचा सकता हूँ।
यिर्मयाह 48:27 - पवित्र बाइबल “मोआब तुमने इस्राएल का मजाक उड़ाया था। इस्राएल चोरों के गिरोह द्वारा पकड़ा गया था। हर बार तुम इस्राएल के बारे में कहते थे। तुम अपना सिर हिलाते थे ऐसा अभिनय करते थे मानो तुम इस्राएल से श्रेष्ठ हो Hindi Holy Bible क्या तू ने भी इस्राएल को ठट्ठों में नहीं उड़ाया? क्या वह चोरों के बीच पकड़ा गया था कि जब तू उसकी चर्चा करता तब तू सिर हिलाता था? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ओ मोआब, क्या तूने इस्राएल का मज़ाक नहीं उड़ाया था? क्या इस्राएल चोरों के साथ पकड़ा गया था कि जब तू उसकी चर्चा करता था तब उपेक्षा से सिर हिलाता था? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्या तू ने भी इस्राएल को ठट्ठों में नहीं उड़ाया? क्या वह चोरों के बीच पकड़ा गया था कि जब तू उसकी चर्चा करता तब तू सिर हिलाता था? सरल हिन्दी बाइबल क्या इस्राएल तुम्हारे लिए उपहास का विषय न बना था? अथवा क्या वह चोरों में से है, क्योंकि जब भी इस्राएल का उल्लेख होता है, तुम घृणाभाव से अपना सिर हिलाने लगते हो? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्या तूने भी इस्राएल को उपहास में नहीं उड़ाया? क्या वह चोरों के बीच पकड़ा गया था कि जब तू उसकी चर्चा करता तब तू सिर हिलाता था? |
जैसे तुम कहते हो वैसी बातें तो मैं भी कर सकता हूँ, यदि तुम्हें मेरे दु:ख झेलने पड़ते। तुम्हारे विरोध में बुद्धिमत्ता की बातें मैं भी बना सकता हूँ और अपना सिर तुम पर नचा सकता हूँ।
तूने हमें हमारे पड़ोसियों में हँसी का पात्र बनाया। हमारे पड़ोसी हमारा उपहास करते हैं, और हमारी मजाक बनाते हैं।
दुष्ट जन दूसरों के साथ बुरा करने की योजना बनाते हैं। किन्तु परमेश्वर उनके कुचक्रों को चौपट कर सकता है। वह उन बुरी बातों कों स्वयं उनके ऊपर घटा देता है। फिर हर कोई जो उन्हें देखता अचरज से भरकर अपना सिर हिलाता है।
हमारे पड़ोसी देशों ने हमें अपमानित किया है। हमारे आस पास के लोग सभी हँसते हैं, और हमारी हँसी उड़ाते हैं।
अत: यहूदा देश एक सूनी मरुभूमि बनेगा। इसके पास से गुजरते लोग हर बार सीटी बजाएंगे और सिर हिलायेंगे। इस बात से चकित होगें कि देश कैसे बरबाद किया गया।
“चोर लज्जित होता है जब उसे लोग पकड़ लेते हैं। उसी प्रकार इस्राएल का परिवार लज्जित है। राजा और प्रमुख, याजक और नबी लज्जित हैं।
मार्ग से होते हुए जब तुम सभी लोग मेरे पास से गुजरते हो तो ऐसा लगता है जैसे ध्यान नहीं देते हो। किन्तु मुझ पर दृष्टि डालो और जरा देखो, क्या कोई ऐसी पीड़ा है जैसी पीड़ा मुझको है क्या ऐसा कोई दु:ख है जैसा दु:ख मुझ पर पड़ा है क्या ऐसा कोई कष्ट है जैसे कष्ट का दण्ड यहोवा ने मुझे दिया है उसने अपने कठिन क्रोध के दिन पर मुझको दण्डित किया है।
यरूशलेम बीती बात सोचा करती है, उन दिनों की बातें जब उस पर प्रहार हुआ था और वह बेघर—बार हुई थी। उसे बीते दिनों के सुख याद आते थे। वे पुराने दिनों में जो अच्छी वस्तुएं उसके पास थीं, उसे याद आती थीं। वह ऐसे उस समय को याद करती है जब उसके लोग शत्रुओं के द्वारा बंदी किये गये। वह ऐसे उस समय को याद करती है जब उसे सहारा देने को कोई भी व्यक्ति नहीं था। जब शत्रु उसे देखते थे, वे उसकी हंसी उड़ाते थे। वे उसकी हंसी उड़ाते थे क्योंकि वह उजड़ चुकी थी।
मेरा स्वामी यहोवा यह कहता है: “मोआब और सेईर (एदोम) कहते है, ‘यहूदा का परिवार ठीक किसी अन्य राष्ट्र की तरह है।’
तुम तब प्रसन्न थे जब इस्राएल देश नष्ट हुआ था। मैं तुम्हारे साथ वैसा ही व्यवहार करुँगा। सेईर पर्वत और एदोम का पूरा देश नष्ट कर दिया जाएगा। तब तुम समझोगे कि मैं यहोवा हूँ।”
उनसे कहो कि स्वामी यहोवा यह कहता है, ‘शत्रु ने हमें छला है। उन्होंने कहा: अहा! अब प्राचीन पर्वत हमारा होगा!’
अत: इस्राएल के पर्वतों, मेरे स्वामी यहोवा के वचन को सुनो। मेरा स्वामी यहोवा पर्वतों, पहाड़ियों, धाराओं, घाटियों, खाली खण्डहरों और छोड़े गए नगरों से, जो चारों ओर के अन्य राष्ट्रों द्वारा लूटे और मजाक उड़ाए गए कहता है।
वे बातें, मोआब और अम्मोन के लोगों के लिये घटित होंगी क्योंकि उन्होंने सर्वशक्तिमान यहोवा के लोगों को लज्जित किया।
यहोवा कहता है, “मैं जानता हूँ कि मोआब और अम्मोन के लोगों ने क्या किया! उन लोगों ने हमारे लोगों को लज्जित किया। उन लोगों ने अपने देश को और अधिक बड़ा करने के लिये उनकी भूमि ली।
उसी समय यीशु ने भीड़ से कहा, “तुम तलवारों, लाठियों समेत मुझे पकड़ने ऐसे क्यों आये हो जैसे किसी चोर को पकड़ने आते हैं? मैं हर दिन मन्दिर में बैठा उपदेश दिया करता था और तुमने मुझे नहीं पकड़ा।
इसी समय उसके साथ दो डाकू भी क्रूस पर चढ़ाये जा रहे थे एक उसके दाहिने ओर और दूसरा बायीं ओर।
क्योंकि तुम्हारा न्याय उसी फैसले के आधार पर होगा, जो फैसला तुमने दूसरों का न्याय करते हुए दिया था। और परमेश्वर तुम्हें उसी नाप से नापेगा जिससे तुमने दूसरों को नापा है।