एबेदमेलेक ने कहा, “मेरे स्वामी राजा उन अधिकारियों ने दुष्टता का काम किया है। उन्होंने यिर्मयाह नबी के साथ दुष्टता की है। उन्होंने उसे हौज में डाल दिया है। उन्होंने उसे वहाँ मरने को छोड़ दिया है।”
यहूदा के राजा सिदकिय्याह ने उस स्थान पर यिर्मयाह को बन्दी बना रखा था। सिदकिय्याह यिर्मयाह की भविष्यवाणियों को पसन्द नहीं करता था। यिर्मयाह ने कहा, “यहोवा यह कहता है: ‘मैं यरूशलेम को शीघ्र ही बाबुल के राजा को दे दूँगा। नबूकदनेस्सर इस नगर पर अधिकार कर लेगा।
किन्तु एबेदमेलेक नामक एक व्यक्ति ने सुना कि अधिकारियों ने यिर्मयाह को हौज में रखा है। एबेदमेलेक कूश का निवासी थी और वह राजा के महल में खोजा था। राजा सिदकिय्याह बिन्यामीन द्वार पर बैठा था। अत: एबेदमेलेक राजमहल से निकला और राजा से बातें करने उस द्वार पर पहुँचा।
तेरे समान कोई परमेश्वर नहीं है। तू पापी जनों को क्षमा कर देता है। तू अपने बचे हुये लोगों के पापों को क्षमा करता है। यहोवा सदा ही क्रोधित नहीं रहेगा, क्योंकि उसको दयालु ही रहना भाता है।