फारस के राजा कुस्रू का सन्देश: स्वर्ग के परमेश्वर यहोवा, ने पृथ्वी के सारे राज्य मुझको दिये हैं और यहोवा ने मुझे यहूदा देश के यरूशलेम में उसका एक मन्दिर बनाने के लिए चुना।
एज्रा 5:15 - पवित्र बाइबल कुस्रू ने तब शेशबस्सर (जरूब्बाबेल) से कहा था, “इन सोने चाँदी की चीज़ों को लो और उन्हें यरूशलेम के मन्दिर में वापस रखो। उसी स्थान पर परमेश्वर के मन्दिर को बनाओ जहाँ वह पहले था।” Hindi Holy Bible और उसने उस से कहा, ये पात्र ले जा कर यरूशलेम के मन्दिर में रख, और परमेश्वर का वह भवन अपने स्थान पर बनाया जाए। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) सम्राट कुस्रू ने राज्यपाल शेशबस्सर से कहा था, “इन पात्रों को ले जाओ, और इनको यरूशलेम के मन्दिर में रखो तथा परमेश्वर का भवन अपने पूर्व-स्थान पर पुन: बनाया जाए।” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) उसने उससे कहा, “ये पात्र ले जाकर यरूशलेम के मन्दिर में रख, और परमेश्वर का वह भवन अपने स्थान पर बनाया जाए।” सरल हिन्दी बाइबल महाराज ने ही उसे आदेश दिया था, ‘इन बर्तनों को ले जाकर येरूशलेम के भवन में जमा कर दो तथा परमेश्वर के भवन को दोबारा अपने स्थान पर बनाया जाए.’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 उसने उससे कहा, “ये पात्र ले जाकर यरूशलेम के मन्दिर में रख, और परमेश्वर का वह भवन अपने स्थान पर बनाया जाए।” |
फारस के राजा कुस्रू का सन्देश: स्वर्ग के परमेश्वर यहोवा, ने पृथ्वी के सारे राज्य मुझको दिये हैं और यहोवा ने मुझे यहूदा देश के यरूशलेम में उसका एक मन्दिर बनाने के लिए चुना।
वे लोग अपने आस—पास के रहने वाले अन्य लोगों से डरे हुए थे। किन्तु यह भय उन्हें रोक न सका और उन्होंने वेदी की पुरानी नींव पर ही वेदी बनाई और उस पर यहोवा को होमबलि दी। उन्होंने वे बलियाँ सवेरे और शाम को दीं।
कुस्रू ने बाबेल में अपने असत्य देवता के मन्दिर से उन सोने चाँदी की चीज़ों को निकाला जो भूतकाल में परमेश्वर के मन्दिर से लूट कर ले जाई गइ थीं। नबूकदनेस्सर ने उन चीज़ों को यरूशलेम के मन्दिर से लूटा और उन्हें बाबेल में अपने असत्य देवताओं के मन्दिर में ले आया। तब राजा कुस्रू ने उन सोने चाँदी की चीजों को शेशबस्सर (जरूब्बाबेल) को दे दिया।” कुस्रू ने शेशबस्सर को प्रशासक चुना था।
अत: शेशबस्सर (जरूब्बाबेल) आया और उसने यरूशलेम में परमेश्वर के मन्दिर की नींव का काम पूरा किया। उस दिन से आज तक मन्दिर के निर्माण का काम चलता आ रहा है। किन्तु यह अभी तक पूरा नहीं हुआ है।
कुस्रू के राजा होने के प्रथम वर्ष में कुस्रू ने यरूशलेम में परमेश्वर के मन्दिर के लिये एक आदेश दिया। आदेश यह था: परमेश्वर का मन्दिर फिर से बनने दो। यह बलि भेंट करने का स्थान होगा। इसकी नींव को बनने दो। मन्दिर साठ हाथ ऊँचा और साठ हाथ चौड़ा होना चाहिए।