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इब्रानियों 9:16 - पवित्र बाइबल

जहाँ तक वसीयतनामे का प्रश्न है, तो उसके लिए जिसने उसे लिखा है, उसकी मृत्यु को प्रमाणित किया जाना आवश्यक है।

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Hindi Holy Bible

क्योंकि जहां वाचा बान्धी गई है वहां वाचा बान्धने वाले की मृत्यु का समझ लेना भी अवश्य है।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

वसीयतनामे के विषय में वसीयतकर्ता की मृत्‍यु का प्रमाणपत्र देना पड़ता है,

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

क्योंकि जहाँ वाचा बाँधी गई है वहाँ वाचा बाँधनेवाले की मृत्यु का समझ लेना भी अवश्य है।

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नवीन हिंदी बाइबल

जहाँ वसीयतनामा है, वहाँ उसके लिखनेवाले की मृत्यु का होना भी आवश्यक है;

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सरल हिन्दी बाइबल

जहां वाचा है, वहां ज़रूरी है कि वाचा बांधनेवाले की मृत्यु हो,

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

क्योंकि जहाँ वाचा बाँधी गई है वहाँ वाचा बाँधनेवाले की मृत्यु का समझ लेना भी अवश्य है।

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इब्रानियों 9:16
8 क्रॉस रेफरेंस  

इसलिए एक व्यक्ति (आदम) के द्वारा जैसे धरती पर पाप आया और पाप से मृत्यु और इस प्रकार मृत्यु सब लोगों के लिए आयी क्योंकि सभी ने पाप किये थे।


क्योंकि पाप का मूल्य तो बस मृत्यु ही है जबकि हमारे प्रभु यीशु मसीह में अनन्त जीवन, परमेश्वर का सेंतमेतका वरदान है।


क्योंकि ठीक वैसे ही जैसे आदम के कर्मों के कारण हर किसी के लिए मृत्यु आयी, वैसे ही मसीह के द्वारा सब को फिर से जिला उठाया जायेगा


वह पुत्र परमेश्वर की महिमा का तेज-मंडल है तथा उसके स्वरूप का यथावत प्रतिनिधि। वह अपने समर्थ वचन के द्वारा सब वस्तुओं की स्थिति बनाये रखता है। सबको पापों से मुक्त करने का विधान करके वह स्वर्ग में उस महामहिम के दाहिने हाथ बैठ गया।


जिसने भेड़ों के उस महान रखवाले हमारे प्रभु यीशु के लहू द्वारा उस सनातन करार पर मुहर लगाकर मरे हुओं में से जिला उठाया, वह शांतिदाता परमेश्वर


इसी कारण से मसीह एक नए वाचा का मध्यस्थ बना ताकि जिन्हें बुलाया गया है, वे उत्तराधिकार का अनन्त आशीर्वाद पा सकें जिसकी परमेश्वर ने प्रतिज्ञा की थी। अब देखो, पहले वाचा के अधीन किए गए पापों से उन्हें मुक्त कराने के लिए फिरौती के रूप में वह अपने प्राण दे चुका है।


क्योंकि कोई वसीयतनामा केवल तभी प्रभावी होता है जब उसके लिखने वाले की मृत्यु हो जाती है। जब तक उसको लिखने वाला जीवित रहता है, वह कभी प्रभावी नहीं होता।


क्योंकि कोई भी यदि समग्र व्यवस्था का पालन करता है और एक बात में चूक जाता है तो वह समूची व्यवस्था के उल्लंघन का दोषी हो जाता है।