अय्यूब 38:19 - पवित्र बाइबल “अय्यूब, प्रकाश कहाँ से आता है? और अन्धकार कहाँ से आता है? Hindi Holy Bible उजियाले के निवास का मार्ग कहां है, और अन्धियारे का स्थान कहां है? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जहाँ प्रकाश रहता है, वहाँ जानेवाला मार्ग कहाँ है? अन्धकार का निवास-स्थान कहाँ है? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “उजियाले के निवास का मार्ग कहाँ है, और अन्धियारे का स्थान कहाँ है? सरल हिन्दी बाइबल “कहां है प्रकाश के घर का मार्ग? वैसे ही, कहां है अंधकार का आश्रय, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “उजियाले के निवास का मार्ग कहाँ है, और अंधियारे का स्थान कहाँ है? |
अय्यूब, तू जानता है कि यह धरती कितनी बड़ी है? यदि तू ये सब कुछ जानता है, तो तू मुझकों बता दे।
अय्यूब, क्या तू प्रकाश और अन्धकार को ऐसी जगह ले जा सकता है जहाँ से वे आये है? जहाँ वे रहते हैं। वहाँ पर जाने का मार्ग क्या तू जानता है?
तूने अंधेरा बनाया जिससे रात हो जाये और देखो रात में बनैले पशु बाहर आ जाते और इधर—उधर घूमते हैं।
यहोवा ने स्वयं को अँधेरे में छिपा लिया, उसको अम्बर का चँदोबा घिरा था। वह गरजते बादलों के सघन घटा—टोप में छिपा हुआ था।
मैंने प्रकाश को बनाया और मैंने ही अन्धकार को रचा। मैंने शान्ति को सृजा और विपत्तियाँ भी मैंने ही बनायीं हैं। मैं यहोवा हूँ। मैं ही ये सब बातें करता हूँ।
अपने परमेश्वर यहोवा का सम्मान करो, उसकी स्तुति करो नहीं तो वह अंधकार लाएगा। अंधेरी पहाड़ियों पर लड़खड़ाने और गिरने से पहले उसकी स्तुति करो। यहूदा के लोगों, तुम प्रकाश की आशा करते हो। किन्तु यहोवा प्रकाश को घोर अंधकार में बदलेगा। यहोवा प्रकाश को अति गहन अंधकार से बदल देगा।
मैं सभी चमकती ज्योतियों को नभ में तुम्हारे ऊपर काला बनाऊँगा। मैं तुम्हारे सारे देश में अंधेरा कर दूँगा।
मैं कौन हूँ मैं वही हूँ जिसने पर्वतों को बनाया। मैंने तुम्हारा प्राण बनाया। मैंने लोगों को अपने विचार बनाए। मैं ही सुबह को शाम में बदलता हूँ। मैं पृथ्वी के ऊपर के पर्वतों पर चलता हूँ। मैं कौन हूँ मेरा नाम यहोवा, सेनाओं का परमेश्वर है।
उस प्रकाश की, जो सच्चा था, जो हर मनुष्य को ज्ञान की ज्योति देगा, जो धरती पर आने वाला था।
फिर वहाँ उपस्थित लोगों से यीशु ने कहा, “मैं जगत का प्रकाश हूँ। जो मेरे पीछे चलेगा कभी अँधेरे में नहीं रहेगा। बल्कि उसे उस प्रकाश की प्राप्ति होगी जो जीवन देता है।”
जब तुम आकाश की ओर दृष्टि डालो और सूरज, चाँद, तारे और बहुत कुछ तुम जो कभी आकाश में देखो, उससे सावधान रहो कि तुम में उनकी पूजा या सेवा के लिए प्रलोभन न उत्पन्न हो। यहोवा तुम्हारे परमेशवर ने इन सभी चीजों को संसार के दूसरे लोगों को दिया है।