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अय्यूब 3:19 - पवित्र बाइबल

हर तरह के लोग कब्र में रहते हैं चाहे वे महत्वपूर्ण हो या साधारण। वहाँ दास अपने स्वामी से छुटकारा पाता है।

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Hindi Holy Bible

उस में छोटे बड़े सब रहते हैं, और दास अपने स्वामी से स्वतन्त्र रहता है।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

अधोलोक में बड़े-छोटे सब बराबर हैं; वहाँ गुलाम अपने मालिक से मुक्‍त रहता है।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

उसमें छोटे बड़े सब रहते हैं, और दास अपने स्वामी से स्वतन्त्र रहता है।

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सरल हिन्दी बाइबल

वहां सामान्य भी हैं और विशिष्ट भी, वहां दास अपने स्वामी से स्वतंत्र हो चुका है.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

उसमें छोटे बड़े सब रहते हैं, और दास अपने स्वामी से स्वतंत्र रहता है।

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अय्यूब 3:19
13 क्रॉस रेफरेंस  

ये दोनो व्यक्ति एक साथ माटी में गड़े सोते हैं, कीड़े दोनों को एक जैसे ढक लेंगे।


उस दुष्ट जन के लिये उस घाटी की मिट्टी मधुर होगी, उसकी शव—यात्रा में हजारों लोग होंगे।


यहाँ तक कि बंदी भी सुख से कब्र में रहते हैं। वहाँ वे अपने पहरेदारों की आवाज नहीं सुनते हैं।


“कोई दु:खी व्यक्ति और अधिक यातनाएँ भोगता जीवित क्यों रहें? ऐसे व्यक्ति को जिस का मन कड़वाहट से भरा रहता है क्यों जीवन दिया जाता है?


मैं जानता हूँ तू मुझे मेरी मृत्यु की ओर ले जा रहा है जहाँ अन्त में हर किसी को जाना है।


सुनो अरे दीन जनो, अरे धनिकों सुनो।


चढ़ाई वाले स्थानों से तुम डरने लगोगे। रास्ते की हर छोटी से छोटी वस्तु से तुम डरने लगोगे कि तुम कहीं उस पर लड़खड़ा न जाओ। तुम्हारे बाल बादाम के फूलों के जैसे सफेद हो जायेंगे। तुम जब चलोगे तो उस प्रकार घिसटते चलोगे जैसे कोई टिड्डा हो। तुम इतने बूढ़े हो जाओगे कि तुम्हारी भूख जाती रहेगी। फिर तुम्हें अपने नए घर यानि कब्र में नित्य निवास के लिये जाना होगा और तुम्हारी मुर्दनी में शामिल लोगों की भीड़ से गलियाँ भर जायेंगी।


तेरी देह मिट्टी से उपजी है और, जब मृत्यु होगे तो तेरी वह देह वापस मिट्टी हो जायेगी। किन्तु यह प्राण तेरे प्राण परमेश्वर से आया है और जब तू मरेगा, तेरा यह प्राण तेरा वापस परमेश्वर के पास जायेगा।


आत्मा को इस देह को छोड़कर जाने से कोई नहीं रोके रख सकता है। अपनी मृत्यु को रोक दें, ऐसी शक्ति तो किसी भी व्यक्ति में नहीं है। जब युद्ध चल रहा हो तो किसी भी सैनिक को यह स्वतंत्रता नहीं है कि वह जहाँ चाहे वहाँ चला जाये। इसी प्रकार यदि कोई व्यक्ति पाप करता है तो वह पाप उस व्यक्ति को स्वतंत्रत नहीं रहने देता।


जैसे एक बार मरना और उसके बाद न्याय का सामना करना मनुष्य की नियति है।