तब परमेश्वर ने विवेक को देखा था, और उसको यह देखने के लिये परखा था कि विवेक का कितना मूल्य है, तब परमेश्वर ने विवेक का समर्थन किया था।
अय्यूब 28:26 - पवित्र बाइबल और जब परमेश्वर ने निश्चय किया कि उसे कहाँ वर्षा को भेजना है, और बवण्डरों को कहाँ की यात्रा करनी है। Hindi Holy Bible और मेंह के लिये विधि और गर्जन और बिजली के लिये मार्ग ठहराया, पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब उसने वर्षा का नियम निश्चित किया, और मेघ-गर्जन तथा बिजली का मार्ग निर्धारित किया, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और मेंह के लिये विधि, और गर्जन और बिजली के लिये मार्ग ठहराया, सरल हिन्दी बाइबल जब उन्होंने वृष्टि की सीमा तय कर दी तथा गर्जन और बिजली की दिशा निर्धारित कर दी, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और मेंह के लिये विधि और गर्जन और बिजली के लिये मार्ग ठहराया, |
तब परमेश्वर ने विवेक को देखा था, और उसको यह देखने के लिये परखा था कि विवेक का कितना मूल्य है, तब परमेश्वर ने विवेक का समर्थन किया था।
यह सच है कि परमेश्वर महान है। उस की महिमा को हम नहीं समझ सकते हैं। परमेश्वर के वर्षो की संख्या को कोई गिन नहीं सकता।
कोई भी व्यक्ति नहीं समझ सकता कि परमेश्वर कैसे बादलों को बिखराता है, और कैसे बिजलियाँ आकाश में कड़कती हैं।
परमेश्वर अपने हाथों से बिजली को पकड़ लेता है और जहाँ वह चाहता हैं, वहाँ बिजली को गिरने का आदेश देता है।
हर कोई सुनों, परमेश्वर की वाणी बादल की गर्जन जैसी सुनाई देती है। सुनों गरजती हुई ध्वनि को जो परमेश्वर के मुख से आ रही है।
परमेश्वर अपनी बिजली को सारे आकाश से होकर चमकने को भेजता है। वह सारी धरती के ऊपर चमका करती है।
बिजली के कौंधने के बाद परमेश्वर की गर्जन भरी वाणी सुनी जा सकती है। परमेश्वर अपनी अद्भुत वाणी के साथ गरजता है। जब बिजली कौंधती है तब परमेश्वर की वाणी गरजती है।
परमेश्वर हिम से कहता है, ‘तुम धरती पर गिरो’ और परमेश्वर वर्षा से कहता है, ‘तुम धरती पर जोर से बरसो।’
अय्यूब, भारी वर्षा के लिये आकाश में किसने नहर खोदी है, और किसने भीषण तूफान का मार्ग बनाया है?
परमेश्वर धरती पर सब कहीं मेघों को रचता है। परमेश्वर बिजली और वर्षा को रचता है। परमेश्वर हवा को रचता है।
विदेशी देवमूर्तियों में वर्षा लाने की शक्ति नहीं हैं, आकाश में पानी बरसाने की शक्ति नहीं है। केवल तू ही हमारी आशा है, एकमात्र तू ही है जिसने यह सब कुछ बनाया है।
“मैंने वर्षा भी बन्द की और यह फसल पकने के तीन महीने पहले हुआ। अत: कोई फसल नहीं हुई। तब मैंने एक नगर पर वर्षा होने दी किन्तु दूसरे नगर पर नहीं। वर्षा देश के एक हिस्से में हुई। किन्तु देश के अन्य भागों में भूमि बहुत सूख गई।
बसन्त ऋतु में यहोवा से वर्षा के लिये प्रार्थना करो। यहोवा बिजली भेजेगा और वर्षा होगी। और परमेश्वर हर एक व्यक्ति के खेत में उगायेगा।