इस्राएल वहाँ थोड़े समय ठहरा। जब वह वहाँ था तब रूबेन इस्राएल की दासी बिल्हा के साथ सोया। इस्राएल ने इस बारे में सुना और बहुत क्रोधित हुआ। याकूब (इस्राएल) के बारह पुत्र थे।
2 शमूएल 16:22 - पवित्र बाइबल तब उन लोगों ने अबशालोम के लिये महल की छत पर एक तम्बू डाला और अबशालोम ने अपने पिता की रखैलों के साथ शारीरिक सम्बन्ध किया। सभी इस्राएलियों ने इसे देखा। Hindi Holy Bible सो उसके लिये भवन की छत के ऊपर एक तम्बू खड़ा किया गया, और अबशालोम समस्त इस्राएल के देखते अपने पिता की रखेलियों के पास गया। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) अत: सेवकों ने अबशालोम के लिए महल की छत पर एक तम्बू ताना। अबशालोम ने समस्त इस्राएली राष्ट्र की आँखों के सामने अपने पिता की रखेलों के साथ सहवास किया। उन दिनों में अहीतोफल का परामर्श ऐसा वचन माना जाता था मानो वह परमेश्वर से पूछा गया है। दाऊद और अबशालोम दोनों अहीतोफल के परामर्श को इतना महत्वपूर्ण मानते थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अत: उसके लिये भवन की छत के ऊपर एक तम्बू खड़ा किया गया, और अबशालोम समस्त इस्राएल के देखते अपने पिता की रखेलियों के पास गया। सरल हिन्दी बाइबल तब इसके लिए राजमहल की छत पर एक तंबू खड़ा किया गया और अबशालोम ने सारे इस्राएल के देखते-देखते अपने पिता की उपपत्नियों से संबंध बनाया. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अतः उसके लिये भवन की छत के ऊपर एक तम्बू खड़ा किया गया, और अबशालोम समस्त इस्राएल के देखते अपने पिता की रखैलों के पास गया। |
इस्राएल वहाँ थोड़े समय ठहरा। जब वह वहाँ था तब रूबेन इस्राएल की दासी बिल्हा के साथ सोया। इस्राएल ने इस बारे में सुना और बहुत क्रोधित हुआ। याकूब (इस्राएल) के बारह पुत्र थे।
शाम को वह अपने बिस्तर से उठा। वह राजमहल की छत पर चारों ओर घूमा। जब दाऊद छत पर था, उसने एक स्त्री को नहाते देखा। स्त्री बहुत सुन्दर थी।
राजा दाऊद अपने घर के सभी लोगों के साथ बाहर निकल गया। राजा ने घर की देखभाल के लिये अपनी दस पत्नियों को वहाँ छोड़ा।
दाऊद अपने घर यरूशलेम को आया। दाऊद ने अपनी पत्नियों में से दस को घर की देखभाल के लिये छोड़ा था। दाऊद ने इन स्त्रियों को एक विशेष घर में रखा। लोगों ने इस घर की रक्षा की। स्त्रियाँ उस घर में तब तक रहीं जब तक वे मरी नहीं। दाऊद ने उन्हें भोजन दिया, किन्तु उनके साथ शारीरिक सम्बन्ध नहीं किया। वे मरने के समय तक विधवा की तरह रहीं।
लोगों के चेहरों पर जो भाव हैं उनसे साफ़ दिखाई देता है कि वे बुरे कर्म करने के अपराधी हैं। किन्तु वे इन अपराधों को छुपाते नहीं है, बल्कि उन पर गर्व करते हुए अपने पापों की डोंडी पीटते हैं। वे ढीठ हैं। वे सदोम नगरी के लोगों के जैसे हैं। उन्हें इस बात की परवाह नही। है कि उनके पापों को कौन देख रहा है। यह उनके लिये बहुत बुरा होगा। अपने ऊपर इतनी बड़ी विपत्ति उन्होनें स्वयं बुलाई है।
तुमने पाप किये अत: वर्षा नहीं आई! बसन्त समय की कोई वर्षा नहीं हुई। किन्तु अभी भी तुम लज्जित होने से इन्कार करती हो।
उन लोगों को अपने किये बुरे कामों के लिये लज्जित होना चाहिये। किन्तु वे बिल्कुल लज्जित नहीं। उन्हें इतना भी ज्ञान नहीं कि उन्हें अपने पापों के लिये ग्लानि हो सके अत: वे अन्य सभी के साथ दण्ड पायेंगे। मैं उन्हें दण्ड दूँगा और जमीन पर फेंक दूँगा।’” ये बातें यहोवा ने कहीं।
यरूशलेम एक जंख लगे पात्र की तरह है, क्यों क्योंकि हत्याओं का रक्त वहाँ अब तक है! उसने रक्त को खुली चट्टानों पर डाला है! उसने रक्त को भूमि पर नहीं डाला और इसे मिट्टी से नहीं ढका।
उस समय मूसा और सभी इस्राएल के अग्रज (नेता) मिलापवाले तम्बू के द्वार पर एक साथ इकट्ठे थे। एक इस्राएली व्यक्ति एक मिद्यानी स्त्री को अपने भाईयों के पास अपने घर लाया। उसने यह वहाँ किया जहाँ उसे मूसा और सारे नेता देख सकते थे। मूसा और नेता बहुत दुःखी हुए।
उनका नाश उनकी नियति है। उनका पेट ही उनका ईश्वर है। और जिस पर उन्हें लजाना चाहिए, उस पर वे गर्व करते हैं। उन्हें बस भौतिक वस्तुओं की चिंता है।