राजा सुलैमान ने दो सौ बड़ी ढालें सोने की परतों से बनाईं। हर एक ढाल में लगभग पन्द्रह पौंड सोना लगा था।
2 इतिहास 14:8 - पवित्र बाइबल आसा के पास यहूदा के परिवार समूह से तीन लाख और बिन्यामीन के परिवार समूह से दो लाख अस्सी हज़ार सेना थी। यहूदा के लोग बड़ी ढालें और भाले ले चलते थे। बिन्यामीन के लोग छोटी ढालें और धनुष से चलने वाले बाण ले चलते थे। वे सभी बलवान और साहसी योद्धा थे। Hindi Holy Bible फिर आसा के पास ढाल और बछीं रखने वालों की एक सेना थी, अर्थात यहूदा में से तो तीन लाख पुरुष और बिन्यामीन में से फरी रखने वाले और धनुर्धारी दो लाख अस्सी हजार ये सब शूरवीर थे। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) राजा आसा के पास यहूदा प्रदेश तथा बिन्यामिन कुल-क्षेत्र के सैनिक थे: यहूदा प्रदेश के तीन लाख सैनिक तथा बिन्यामिन कुल-क्षेत्र के दो लाख अस्सी हजार सैनिक। यहूदा प्रदेश के सैनिक ढाल और बर्छी रखते थे, और बिन्यामिन के सैनिक फरी और धनुष धारण करते थे। सब सैनिक सशक्त और शूरवीर थे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) फिर आसा के पास ढाल और बर्छी रखनेवालों की एक सेना थी, अर्थात् यहूदा में से तो तीन लाख पुरुष और बिन्यामीन में से ढाल रखनेवाले और धनुर्धारी दो लाख अस्सी हज़ार, ये सब शूरवीर थे। सरल हिन्दी बाइबल यहूदिया राज्य से आसा की सेना में तीन लाख सैनिक थे, ये विशाल ढालों और बर्छियों से लैस थे. दो लाख अस्सी हज़ार सैनिक बिन्यामिन प्रदेश के थे, ये भी ढालों से लैस धनुर्धारी थे. सारे सैनिक वीर योद्धा थे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 फिर आसा के पास ढाल और बरछी रखनेवालों की एक सेना थी, अर्थात् यहूदा में से तो तीन लाख पुरुष और बिन्यामीन में से ढाल रखनेवाले और धनुर्धारी दो लाख अस्सी हजार, ये सब शूरवीर थे। |
राजा सुलैमान ने दो सौ बड़ी ढालें सोने की परतों से बनाईं। हर एक ढाल में लगभग पन्द्रह पौंड सोना लगा था।
ऊलाम के पुत्र बलवान योद्धा और धनुष बाण के प्रयोग में कुशल थे। उनके बहुत से पुत्र और पौत्र थे। सब मिलाकर डेढ़ सौ पुत्र और पौत्र थे। ये सभी व्यक्ति बिन्यामीन के वंशज थे।
जब रहूबियाम यरूशलेम आया, उसने एक लाख अस्सी हज़ार सर्वोत्तम योद्धाओं को इकट्ठा किया। उसने इन योद्धाओं को यहूदा और बिन्यामीन के परिवार समूहों से इकट्ठा किया। उसने इन्हें इस्राएल के विरुद्ध लड़ने के लिये तैयार किया जिससे वह राज्य को रहूबियाम को वापस लौटा सके।
रहूबियाम के राज्यकाल के पाँचवें वर्ष शीशक ने यरूशलेम पर आक्रमण किया। शीशक मिस्र का राजा था। यह इसलिये हुआ कि रहूबियाम और यहूदा के लोग यहोवा के प्रति निष्ठावान नहीं थे।
शीशक के पास बारह हज़ार रथ, साठ हज़ार अश्वारोही, और एक सेना थी जिसे कोई गिन नहीं सकता था। शीशक की सेना में लूबी, सुक्किय्यी और कूशी सैनिक थे।
अबिय्याह की सेना में चार लाख वीर सैनिक थे। यारोबाम ने अबिय्याह के विरुद्ध युद्ध के लिये तैयारी की। उसके पास आठ लाख वीर सैनिक थे।
कूश और लूबी अति विशाल और शक्तिशाली सेना रखते थे। उनके पास अनेक रथ और सारथी थे। किन्तु आसा, तुम उस विशाल शक्तिशाली सेना को हराने में सहायता के लिये यहोवा पर आश्रित हुए और यहोवा ने तुम्हें उनको हराने दिया।
अमस्याह ने यहूदा के लोगों को इकट्ठा किया। उसने उनके परिवारों का वर्ग बनाया और उन वर्गों के अधिकारी सेनाध्यक्ष और नायक नियुक्त किये। वे प्रमुख यहूदा और बिन्यामीन के सभी सैनिकों के अधिकारी हुए। सभी लोग जो सैनिक होने के लिये चुने गए, बीस वर्ष के या उससे अधिक के थे। वे सब तीन लाख प्रशिक्षित सैनिक भाले और ढाल के साथ लड़ने वाले थे।