तुम पचासवें वर्ष को पवित्र मानना, और देश के समस्त निवासियों के छुटकारे का प्रचार करना। वह वर्ष तुम्हारे लिए जुबली कहलाए। इसमें तुममें से प्रत्येक अपनी-अपनी निज भूमि को और अपने-अपने घराने को लौट जाए।
लैव्यव्यवस्था 26:34 - नवीन हिंदी बाइबल “जब तक वह भूमि उजाड़ पड़ी रहेगी और तुम अपने शत्रुओं के देश में रहोगे तब तक वह भूमि अपने विश्राम मनाती रहेगी, तब उस देश को विश्राम मिलेगा, और वह अपने विश्रामकालों को मनाता रहेगा। पवित्र बाइबल “तुम अपने शत्रु के देशों में ले जाये जाओगे। तुमहारी धरती खाली हो जायेगी और वह अंत में उस विश्राम को पायेगी। Hindi Holy Bible तब जितने दिन वह देश सूना पड़ा रहेगा और तुम अपने शत्रुओं के देश में रहोगे उतने दिन वह अपने विश्रामकालों को मानता रहेगा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘जब तक तुम अपने शत्रुओं के देश में रहोगे और तुम्हारी जन्मभूमि निर्जन रहेगी, तब तक वह अपने विश्राम वर्षों का आनन्द-पूर्वक पालन करेगी। भूमि विश्राम करेगी और विश्राम वर्षों का आनन्दपूर्वक पालन करेगी। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “तब जितने दिन वह देश सूना पड़ा रहेगा और तुम अपने शत्रुओं के देश में रहोगे उतने दिन वह अपने विश्रामकालों को मानता रहेगा, तब ही वह देश विश्राम पाएगा, अर्थात् अपने विश्रामकालों को मानता रहेगा। सरल हिन्दी बाइबल तुम्हारे इस भूमि पर निवास करने की स्थिति में, भूमि को जो विश्राम तुम्हारे शब्बाथों में प्राप्त नहीं हुआ था, वह उस विश्राम अब, इस पूरे खाली समय की अवधि में, प्राप्त होगा. इस प्रकार भूमि को अपने शब्बाथ प्राप्त हो जाएंगे. जब तुम अपने शत्रुओं के देश में जाओगे, तब सूनेपन की अवस्था में भूमि अपने शब्बाथों का आनंद उठाएगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “तब जितने दिन वह देश सूना पड़ा रहेगा और तुम अपने शत्रुओं के देश में रहोगे उतने दिन वह अपने विश्रामकालों को मानता रहेगा। तब ही वह देश विश्राम पाएगा, अर्थात् अपने विश्रामकालों को मानता रहेगा। |
तुम पचासवें वर्ष को पवित्र मानना, और देश के समस्त निवासियों के छुटकारे का प्रचार करना। वह वर्ष तुम्हारे लिए जुबली कहलाए। इसमें तुममें से प्रत्येक अपनी-अपनी निज भूमि को और अपने-अपने घराने को लौट जाए।
जब तक वह भूमि उजाड़ पड़ी रहेगी तब तक उसे विश्राम मिलेगा, अर्थात् वह विश्राम जो उसे उन विश्रामकालों में न मिला जब तुम उसमें रहते थे।
परंतु वह देश उनके बिना उजाड़ पड़ा रहेगा, और उनके बिना उस उजाड़ स्थिति में अपने विश्रामकालों को मनाता रहेगा। तब वे लोग अपने अधर्म को मान लेंगे, क्योंकि उन्होंने मेरे नियमों को तुच्छ जाना था और उनके मन को मेरी विधियों से घृणा हुई थी।