जो कोई इसके जैसा मिश्रण बनाए, या इसमें से कुछ को किसी सामान्य मनुष्य पर लगाए, वह अपने लोगों में से नष्ट किया जाए।’ ”
लैव्यव्यवस्था 19:8 - नवीन हिंदी बाइबल जो कोई उसे खाएगा उसे अपने अधर्म का भार उठाना पड़ेगा क्योंकि उसने यहोवा के लिए अर्पित पवित्र वस्तु को अपवित्र किया है। उस मनुष्य को उसके लोगों में से नष्ट किया जाए। पवित्र बाइबल यदि कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो वह अपारधी होगा। क्यों? क्योंकि उसने यहोवा की पवित्र चीजों का सम्मान नहीं किया। उस व्यक्ति को अपने लोगों से अलग कर दिया जाना चाहिए। Hindi Holy Bible और उसका खानेवाला यहोवा के पवित्र पदार्थ को अपवित्र ठहराता है, इसलिये उसको अपने अधर्म का भार स्वयं उठाना पड़ेगा; और वह प्राणी अपने लोगों में से नाश किया जाएगा॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसको खाने वाला अपने अधर्म का भार स्वयं वहन करेगा; क्योंकि उसने प्रभु की पवित्र वस्तु को अपवित्र किया है। ऐसा व्यक्ति अपने लोगों में से नष्ट किया जाएगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और उसका खानेवाला यहोवा के पवित्र पदार्थ को अपवित्र ठहराता है, इसलिये उसको अपने अधर्म का भार स्वयं उठाना पड़ेगा; और वह प्राणी अपने लोगों में से नष्ट किया जाएगा। सरल हिन्दी बाइबल ऐसा हर एक व्यक्ति, जो इसको खाता है, वह अपने अधर्म का भार स्वयं उठाएगा, क्योंकि उसने याहवेह की पवित्र वस्तु को अशुद्ध किया है, तब उस व्यक्ति को प्रजा से बाहर निकाल दिया जाए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उसका खानेवाला यहोवा के पवित्र पदार्थ को अपवित्र ठहराता है, इसलिए उसको अपने अधर्म का भार स्वयं उठाना पड़ेगा; और वह प्राणी अपने लोगों में से नष्ट किया जाएगा। |
जो कोई इसके जैसा मिश्रण बनाए, या इसमें से कुछ को किसी सामान्य मनुष्य पर लगाए, वह अपने लोगों में से नष्ट किया जाए।’ ”
“फिर जब तुम अपनी भूमि की फसल काटो तो अपने खेत को कोने-कोने तक पूरा न काटना, और न कटनी के बाद बालों को बटोरना।
“यदि कोई गवाह होने पर भी ऐसा पाप करे कि जब उसे शपथ खिलाकर पूछा जाए कि क्या उसने ऐसा देखा है, या वह जानता है, पर वह उसे प्रकट न करे, तो वह अपने अधर्म का भार उठाएगा।
परंतु जो कोई अशुद्ध होकर यहोवा के मेलबलि के मांस में से कुछ खाए उसे अपने लोगों में से नष्ट किया जाए।
यदि कोई किसी अशुद्ध वस्तु को छूकर यहोवा को चढ़ाए गए मेलबलि के मांस में से खाए तो उस व्यक्ति को भी अपने लोगों में से नष्ट किया जाए, फिर चाहे वह अशुद्धता मनुष्य की कोई अशुद्ध वस्तु, या कोई अशुद्ध पशु, या कोई अशुद्ध घृणित वस्तु हो।”