लैव्यव्यवस्था 19:11 - नवीन हिंदी बाइबल “तुम चोरी न करना। तुम एक दूसरे से छल न करना, और न झूठ बोलना। पवित्र बाइबल “तुम्हें चोरी नहीं करनी चाहिए। तुम्हें लोगों को ठगना नहीं चाहिए। तुम्हें आपस में झूठ नहीं बोलना चाहिए। Hindi Holy Bible तुम चोरी न करना, और एक दूसरे से न तो कपट करना, और न झूठ बोलना। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ‘तुम चोरी न करना। धोखा मत देना। एक-दूसरे से झूठ मत बोलना। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) “तुम चोरी न करना, और एक दूसरे से न तो कपट करना, और न झूठ बोलना। सरल हिन्दी बाइबल “ ‘तुम चोरी न करना. “ ‘न ही धोखा देना. “ ‘न एक दूसरे से झूठ बोलना. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 “तुम चोरी न करना, और एक दूसरे से, न तो कपट करना, और न झूठ बोलना। |
“तू किसी के घर का लालच न करना; न तो किसी की स्त्री का लालच करना, और न किसी के दास-दासी या बैल-गधे का, न किसी की वस्तु का लालच करना।”
“यदि कोई मनुष्य बैल, या भेड़-बकरी को चुराकर उसे मार डाले या बेच दे, तो वह बैल के बदले पाँच बैल, और भेड़-बकरी के बदले चार भेड़-बकरी भर दे।
“यदि किसी ने अपने पड़ोसी के पास रुपए या गहने रखे हों, और वे उसके घर से चोरी हो जाएँ, तो यदि चोर पकड़ा जाए तो उसे उसका दुगुना भरना होगा।
तुम अपनी दाख की बारी के फल पूरी तरह न तोड़ लेना, और न अपनी दाख की बारी के झड़े हुए अंगूरों को बटोरना। तुम उन्हें कंगालों और परदेशियों के लिए छोड़ देना। मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ।
कदापि नहीं! चाहे प्रत्येक मनुष्य झूठा ठहरे, परंतु परमेश्वर सच्चा है, जैसा लिखा है : तू अपने वचनों में धर्मी ठहरे और अपने न्याय में विजयी हो।
इसलिए झूठ को छोड़कर प्रत्येक अपने पड़ोसी से सच बोले क्योंकि हम आपस में एक ही देह के अंग हैं।
चोरी करनेवाला अब चोरी न करे, बल्कि कोई अच्छा कार्य करने के लिए अपने हाथों से परिश्रम करे ताकि आवश्यकता में पड़े हुए को देने के लिए उसके पास कुछ हो।
आपस में झूठ मत बोलो, क्योंकि तुमने अपने पुराने मनुष्यत्व को उसके कार्यों के साथ उतार फेंका है
व्यभिचारियों, समलैंगिकों, अपहरणकर्ताओं, झूठ बोलनेवालों, झूठी गवाही देनेवालों, और जो कुछ उस खरी शिक्षा के विरोध में है, उन सब के लिए ठहराई गई है।
परंतु डरपोकों, अविश्वासियों, घृणितों, हत्यारों, व्यभिचारियों, जादू-टोना करनेवालों, मूर्तिपूजकों और सब झूठों का भाग आग और गंधक से जलती हुई झील में होगा, जो दूसरी मृत्यु है।”