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लैव्यव्यवस्था 13:59 - नवीन हिंदी बाइबल

ऊन या मलमल के वस्‍त्र के ताने-बाने में, या चमड़े की किसी वस्तु पर यदि फफूंदी का कोढ़ हो, तो उसे शुद्ध और अशुद्ध ठहराने की यही व्यवस्था है।

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पवित्र बाइबल

चमड़े या कपड़े पर की फफूँदी के विषय में ये नियम हैं। इसका कोई महत्व नहीं कि कपड़ा कढ़ा हुआ है या बुना हूआ है।

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Hindi Holy Bible

ऊन वा सनी के वस्त्र में के ताने वा बाने में, वा चमड़े की किसी वस्तु में जो कोढ़ की व्याधि हो उसके शुद्ध और अशुद्ध ठहराने की यही व्यवस्था है॥

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

ऊनी, या सूती वस्‍त्र में, या ताना-बाना में, या चमड़े की किसी भी वस्‍तु में कुष्‍ठ-रोग जैसे दाग होने पर उसको शुद्ध या अशुद्ध घोषित करने की यही व्‍यवस्‍था है।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

ऊन या सनी के वस्त्र में के ताने या बाने में, या चमड़े की किसी वस्तु में जो कोढ़ की व्याधि हो उसके शुद्ध और अशुद्ध ठहराने की यही व्यवस्था है।

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सरल हिन्दी बाइबल

यह किसी कोढ़ से संक्रमित ऊन या मलमल के वस्त्र, ताने अथवा बाने अथवा चमड़े की किसी वस्तु को शुद्ध अथवा अशुद्ध घोषित करने की विधि है.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

ऊन या सनी के वस्त्र में के ताने या बाने में, या चमड़े की किसी वस्तु में जो कोढ़ की व्याधि हो उसके शुद्ध और अशुद्ध ठहराने की यही व्यवस्था है।

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लैव्यव्यवस्था 13:59
12 क्रॉस रेफरेंस  

“यदि किसी वस्‍त्र में फफूंदी लगी हो—फिर चाहे वह वस्‍त्र ऊन का हो या मलमल का—


चाहे वह मलमल या ऊन के वस्‍त्र के ताने-बाने में हो, या फिर चमड़े में या चमड़े की बनी किसी वस्तु में हो,


यदि किसी वस्‍त्र के ताने-बाने में से, या चमड़े की किसी वस्तु में से धोने के बाद फफूंदी का दाग मिट जाए, तो उस वस्तु को दूसरी बार धोया जाए और वह शुद्ध ठहरे।”


फिर यहोवा ने मूसा से कहा,


“कोढ़ के रोगी को शुद्ध ठहराने के दिन की व्यवस्था यह है। उसे याजक के पास पहुँचाया जाए;


कोढ़ के रोगी के लिए जो अपने शुद्ध ठहरने की सामग्री को लाने में असमर्थ है, यही व्यवस्था है।”


अशुद्ध या शुद्ध ठहराने की व्यवस्था यही है। कोढ़ के विषय में यही व्यवस्था है।


“इस प्रकार तुम इस्राएलियों को उनकी अशुद्धता से दूर रखना, कहीं ऐसा न हो कि वे मेरे निवासस्थान को, जो उनके बीच में है, अशुद्ध करने के द्वारा अपनी अशुद्धता में मर जाएँ।”


जिस पुरुष के स्राव हो और जो वीर्यपात होने से अशुद्ध हो;