उस समय यीशु ने भीड़ से कहा,“क्या तुम डाकू समझकर तलवारों और लाठियों के साथ मुझे पकड़ने आए हो? मैं तो प्रतिदिन मंदिर में बैठकर उपदेश देता था, तब तो तुमने मुझे नहीं पकड़ा।
लूका 4:20 - नवीन हिंदी बाइबल फिर उसने पुस्तक बंद की और सेवक को देकर बैठ गया, और आराधनालय में सब की आँखें उसी पर लगी थीं। पवित्र बाइबल फिर उसने पुस्तक बंद करके सेवक को वापस दे दी। और वह नीचे बैठ गया। आराधनालय में सब लोगों की आँखें उसे ही निहार रही थीं। Hindi Holy Bible तब उस ने पुस्तक बन्द करके सेवक के हाथ में दे दी, और बैठ गया: और आराधनालय के सब लोगों की आंख उस पर लगी थीं। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) येशु ने पुस्तक बन्द कर सेवक को दे दी और बैठ गये। सभागृह के सब लोगों की आँखें उन पर टिकी हुई थीं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब उसने पुस्तक बन्द करके सेवक के हाथ में दे दी और बैठ गया; और आराधनालय के सब लोगों की आँखें उस पर लगी थीं। सरल हिन्दी बाइबल तब उन्होंने पुस्तक बंद करके सेवक के हाथों में दे दी और स्वयं बैठ गए. सभागृह में हर एक व्यक्ति उन्हें एकटक देख रहा था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब उसने पुस्तक बन्द करके सेवक के हाथ में दे दी, और बैठ गया: और आराधनालय के सब लोगों की आँखें उस पर लगी थी। |
उस समय यीशु ने भीड़ से कहा,“क्या तुम डाकू समझकर तलवारों और लाठियों के साथ मुझे पकड़ने आए हो? मैं तो प्रतिदिन मंदिर में बैठकर उपदेश देता था, तब तो तुमने मुझे नहीं पकड़ा।
और उसे अपनी नई कब्र में रख दिया जो उसने चट्टान में खुदवाई थी, फिर वह कब्र के द्वार पर एक बड़ा पत्थर लुढ़काकर चला गया।
उसे यशायाह भविष्यवक्ता की पुस्तक दी गई, और उसने पुस्तक खोलकर वह स्थान निकाला जहाँ लिखा था :
तब वह उनसे कहने लगा,“पवित्रशास्त्र का यह लेख आज तुम्हारे सुनने के साथ ही पूरा हो गया है।”
फिर उसने उन नावों में से एक पर, जो शमौन की थी, चढ़कर उससे कहा कि किनारे से थोड़ा हटा ले। तब वह बैठकर नाव से लोगों को उपदेश देने लगा।
भोर को वह फिर मंदिर-परिसर में आया; सब लोग उसके पास आने लगे, और वह बैठकर उन्हें उपदेश देने लगा।
फिर सब्त के दिन हम फाटक के बाहर नदी के किनारे यह सोचकर गए कि वहाँ प्रार्थना का स्थान होगा, और बैठकर उन स्त्रियों से बातें करने लगे जो वहाँ एकत्रित थीं।
यह देखकर पतरस ने लोगों से कहा, “हे इस्राएलियो, तुम इस बात पर क्यों आश्चर्य कर रहे हो, या हमें ऐसे एकटक क्यों देख रहे हो, मानो हमने अपनी शक्ति या भक्ति से उसे चलने योग्य बना दिया?