तू अपने हाथों से जो कुछ भी करे, उसे पूरी लगन से करना; क्योंकि अधोलोक में जहाँ तू जा रहा है वहाँ कोई कार्य, या युक्ति, या बुद्धिमानी नहीं होगी।
लूका 19:5 - नवीन हिंदी बाइबल जब यीशु उस स्थान पर पहुँचा, तो उसने ऊपर देखकर उससे कहा,“हे जक्कई, शीघ्र नीचे उतर आ, क्योंकि आज अवश्य ही मुझे तेरे घर में रहना है।” पवित्र बाइबल फिर जब यीशु उस स्थान पर आया तो उसने ऊपर देखते हुए जक्कई से कहा, “जक्कई, जल्दी से नीचे उतर आ क्योंकि मुझे आज तेरे ही घर ठहरना है।” Hindi Holy Bible जब यीशु उस जगह पहुंचा, तो ऊपर दृष्टि कर के उस से कहा; हे ज़क्कई झट उतर आ; क्योंकि आज मुझे तेरे घर में रहना अवश्य है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) जब येशु उस जगह पहुँचे, तो उन्होंने आँखें ऊपर उठा कर जक्कई से कहा, “जक्कई! जल्दी नीचे उतरो, क्योंकि आज मुझे तुम्हारे यहाँ ठहरना है।” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जब यीशु उस जगह पहुँचा, तो ऊपर दृष्टि करके उससे कहा, “हे जक्कई, झट उतर आ; क्योंकि आज मुझे तेरे घर में रहना अवश्य है।” सरल हिन्दी बाइबल जब प्रभु येशु वहां पहुंचे, उन्होंने ऊपर देखते हुए उससे कहा, “ज़क्ख़ाइयॉस, तुरंत नीचे आ जाओ. ज़रूरी है कि आज मैं तुम्हारे घर में ठहरूं.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जब यीशु उस जगह पहुँचा, तो ऊपर दृष्टि करके उससे कहा, “हे जक्कई, झट उतर आ; क्योंकि आज मुझे तेरे घर में रहना अवश्य है।” |
तू अपने हाथों से जो कुछ भी करे, उसे पूरी लगन से करना; क्योंकि अधोलोक में जहाँ तू जा रहा है वहाँ कोई कार्य, या युक्ति, या बुद्धिमानी नहीं होगी।
अतः उसे देखने के लिए वह आगे दौड़कर एक गूलर के पेड़ पर चढ़ गया, क्योंकि वह उसी मार्ग से होकर जाने वाला था।
नतनएल ने उससे कहा, “तू मुझे कैसे जानता है?” यीशु ने उसे उत्तर दिया,“फिलिप्पुस के बुलाने से पहले मैंने अंजीर के पेड़ के नीचे तुझे देखा था।”
इस पर यीशु ने उससे कहा,“यदि कोई मुझसे प्रेम रखता है तो वह मेरे वचन का पालन करेगा, और मेरा पिता उससे प्रेम रखेगा, और हम उसके पास आएँगे और उसके साथ वास करेंगे।
हम परमेश्वर के सहकर्मी होने के नाते यह आग्रह भी करते हैं कि तुम पर जो परमेश्वर का अनुग्रह हुआ, उसे व्यर्थ न जाने दो।
और विश्वास के द्वारा मसीह तुम्हारे हृदयों में वास करे कि तुम प्रेम में जड़ पकड़कर और नींव डालकर
अतिथि-सत्कार करना न भूलो, क्योंकि इसके द्वारा कुछ लोगों ने अनजाने में ही स्वर्गदूतों का स्वागत-सत्कार किया है।
देख, मैं द्वार पर खड़ा हुआ खटखटाता हूँ। यदि कोई मेरी आवाज़ सुनकर द्वार खोलता है, तो मैं उसके पास भीतर आकर उसके साथ भोजन करूँगा और वह मेरे साथ।