इसलिए तेरा प्रत्येक भक्त ऐसे समय में तुझसे प्रार्थना करे जब तू मिल सकता है; निश्चय ही जल की बड़ी बाढ़ भी उस तक न पहुँचेगी।
लूका 19:42 - नवीन हिंदी बाइबल और कहा,“भला होता यदि तूने, हाँ तूने भी आज ही शांति की बातों को जाना होता, परंतु अभी तो यह तेरी आँखों से छिपी हुई है। पवित्र बाइबल और बोला, “यदि तू बस आज यह जानता कि शान्ति तुझे किस से मिलेगी किन्तु वह अभी तेरी आँखों से ओझल है। Hindi Holy Bible और कहा, क्या ही भला होता, कि तू; हां, तू ही, इसी दिन में कुशल की बातें जानता, परन्तु अब वे तेरी आंखों से छिप गई हैं। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) और बोले, “हाय! कितना अच्छा होता यदि तू, हाँ तू, आज के दिन यह समझ पाता कि किन बातों में तेरी शान्ति है! परन्तु अभी ये बातें तेरी आँखों से छिपी हुई हैं। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और कहा, “क्या ही भला होता कि तू, हाँ, तू ही, इसी दिन में कुशल की बातें जानता, परन्तु अब वे तेरी आँखों से छिप गई हैं। सरल हिन्दी बाइबल “यदि तुम, हां तुम, आज इतना ही समझ लेते कि शांति का मतलब क्या है! किंतु यह तुमसे छिपाकर रखा गया है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और कहा, “क्या ही भला होता, कि तू; हाँ, तू ही, इसी दिन में कुशल की बातें जानता, परन्तु अब वे तेरी आँखों से छिप गई हैं। (व्यव. 32:29, यशा. 6:9,10) |
इसलिए तेरा प्रत्येक भक्त ऐसे समय में तुझसे प्रार्थना करे जब तू मिल सकता है; निश्चय ही जल की बड़ी बाढ़ भी उस तक न पहुँचेगी।
क्योंकि तुझ पर ऐसे दिन आएँगे कि तेरे शत्रु तेरे विरुद्ध मोर्चा बाँधकर तुझे घेर लेंगे, और तुझे चारों ओर से दबाएँगे,
तथा वे तुझे और तेरे साथ तेरी संतान को धूल में मिला देंगे, और तुझमें पत्थर पर पत्थर भी पड़ा न छोड़ेंगे, क्योंकि तूने उस अवसर को न पहचाना जब तुझ पर कृपादृष्टि हुई थी।”
जो संदेश परमेश्वर ने यीशु मसीह के द्वारा (जो सब का प्रभु है) शांति का सुसमाचार सुनाते हुए इस्राएल की संतानों के पास भेजा,
तब पौलुस और बरनाबास ने साहसपूर्वक कहा, “यह आवश्यक था कि परमेश्वर का वचन पहले तुम्हें सुनाया जाता; परंतु तुम उसे ठुकराते और अपने आपको अनंत जीवन के अयोग्य ठहराते हो। इसलिए देखो, हम गैरयहूदियों की ओर फिरते हैं।
जब तक “आज का दिन” कहलाता है, तब तक एक दूसरे को प्रतिदिन प्रोत्साहित करते रहो, ताकि तुममें से कोई पाप के छलावे में आकर कठोर न हो जाए—
जैसा कहा गया है : यदि आज तुम उसकी आवाज़ सुनो, तो अपने मनों को वैसे कठोर न करना, जैसे तुमने मुझे क्रोध दिलाने के समय किया था।