फिर एक और ने आकर कहा, ‘हे स्वामी, देख तेरा यह मीना, जिसे मैंने अंगोछे में संभालकर रखा था;
लूका 19:21 - नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि मैं तुझसे डरता था, इसलिए कि तू कठोर मनुष्य है, जो तूने नहीं रखा उसे लेता है और जो तूने नहीं बोया उसे काटता है।’ पवित्र बाइबल मैं तुझ से डरता रहा हूँ, क्योंकि तू, एक कठोर व्यक्ति है। तूने जो रखा नहीं है तू उसे भी ले लेता है और जो तूने बोया नहीं तू उसे काटता है।’ Hindi Holy Bible क्योंकि मैं तुझ से डरता था, इसलिये कि तू कठोर मनुष्य है: जो तू ने नहीं रखा उसे उठा लेता है, और जो तू ने नहीं बोया, उसे काटता है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं आप से डरता था, क्योंकि आप निर्दय व्यक्ति हैं। आपने जो जमा नहीं किया, उसे आप निकालते हैं और जो नहीं बोया, उसे काटते हैं!’ पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि मैं तुझ से डरता था, इसलिये कि तू कठोर मनुष्य है : जो तू ने नहीं रखा उसे उठा लेता है, और जो तू ने नहीं बोया, उसे काटता है।’ सरल हिन्दी बाइबल मुझे आपसे भय था क्योंकि आप कठोर व्यक्ति हैं. आपने जिसका निवेश भी नहीं किया, वह आप ले लेते हैं, जो आपने बोया ही नहीं, उसे काटते हैं.’ इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि मैं तुझ से डरता था, इसलिए कि तू कठोर मनुष्य है: जो तूने नहीं रखा उसे उठा लेता है, और जो तूने नहीं बोया, उसे काटता है।’ |
फिर एक और ने आकर कहा, ‘हे स्वामी, देख तेरा यह मीना, जिसे मैंने अंगोछे में संभालकर रखा था;
उसने उससे कहा, ‘हे दुष्ट दास! मैं तेरे ही शब्दों से तुझे दोषी ठहराऊँगा। तो क्या तू जानता था कि मैं एक कठोर मनुष्य हूँ, जो मैंने नहीं रखा उसे लेता, और जो मैंने नहीं बोया उसे काटता हूँ?
क्योंकि तुम्हें दासत्व की आत्मा नहीं मिली कि फिर भयभीत हो जाओ, बल्कि तुम्हें लेपालकपन का आत्मा मिला है, जिसके द्वारा हम “हे अब्बा, हे पिता” पुकारते हैं।
क्योंकि शरीर पर मन लगाना तो परमेश्वर से शत्रुता करना है, वह न तो परमेश्वर की व्यवस्था के अधीन है, और न हो सकता है;
क्योंकि जो कोई संपूर्ण व्यवस्था का पालन करता है परंतु किसी एक बात में चूक जाए, तो वह सारी व्यवस्था का दोषी ठहरता है।
प्रेम में भय नहीं होता बल्कि सिद्ध प्रेम भय को दूर करता है। क्योंकि भय का संबंध दंड से है और जिसको भय है वह प्रेम में सिद्ध नहीं हुआ।
कि सब का न्याय करे और प्रत्येक प्राणी को उनके अभक्ति के सब कार्यों के लिए जो उन्होंने भक्तिहीन दशा में किए, और उन सब कठोर बातों के लिए जो भक्तिहीन पापियों ने उसके विरुद्ध कहीं, दोषी ठहराए।”