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लूका 18:4 - नवीन हिंदी बाइबल

कुछ समय तक तो वह नहीं माना, परंतु बाद में उसने अपने मन में कहा, ‘भले ही मैं परमेश्‍वर से नहीं डरता और न ही किसी मनुष्य की परवाह करता हूँ,

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पवित्र बाइबल

सो एक लम्बे समय तक तो वह न्यायाधीश आनाकानी करता रहा पर आखिरकार उसने अपने मन में सोचा, ‘न तो मैं परमेश्वर से डरता हूँ और न लोगों की परवाह करता हूँ।

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Hindi Holy Bible

उस ने कितने समय तक तो न माना परन्तु अन्त में मन में विचारकर कहा, यद्यपि मैं न परमेश्वर से डरता, और न मनुष्यों की कुछ परवाह करता हूं।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

बहुत समय तक वह अस्‍वीकार करता रहा। बाद में उसने मन-ही-मन यह कहा, ‘मैं न तो परमेश्‍वर से डरता और न किसी मनुष्‍य की परवाह करता हूँ,

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

कुछ समय तक तो वह न माना परन्तु अन्त में मन में विचारकर कहा, ‘यद्यपि मैं न परमेश्‍वर से डरता, और न मनुष्यों की कुछ परवाह करता हूँ;

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सरल हिन्दी बाइबल

“कुछ समय तक तो वह न्यायाधीश उसे टालता रहा किंतु फिर उसने मन में विचार किया, ‘यद्यपि मैं न तो परमेश्वर से डरता हूं और न लोगों से प्रभावित होता हूं

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

उसने कितने समय तक तो न माना परन्तु अन्त में मन में विचार कर कहा, ‘यद्यपि मैं न परमेश्वर से डरता, और न मनुष्यों की कुछ परवाह करता हूँ;

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लूका 18:4
8 क्रॉस रेफरेंस  

तब वह अपने मन में सोचने लगा, ‘मैं क्या करूँ? क्योंकि मेरे पास कोई स्थान नहीं है, जहाँ मैं अपनी उपज को इकट्ठा करूँ।’


तब प्रबंधक ने अपने मन में कहा, ‘मैं क्या करूँ, क्योंकि मेरा स्वामी मुझसे प्रबंधक का कार्य छीन रहा है? मिट्टी की खुदाई करने की शक्‍ति मुझमें नहीं है और भीख माँगने में मुझे लज्‍जा आती है।


“किसी नगर में एक न्यायाधीश रहता था जो परमेश्‍वर का भय नहीं मानता था और न ही किसी मनुष्य की परवाह करता था।


उसी नगर में एक विधवा रहती थी और वह उसके पास आ आकर कहती थी, ‘मेरा न्याय चुकाकर मेरे मुद्दई से मुझे बचा।’


तब अंगूर के बगीचे के स्वामी ने कहा, ‘मैं क्या करूँ? मैं अपने प्रिय पुत्र को भेजूँगा; हो सकता है किवे उसका सम्मान करें।’


फिर यह भी कि जब हमारे शारीरिक पिता हमारी ताड़ना किया करते थे तो हमने उनका आदर किया। तो क्या हम आत्माओं के पिता के और भी अधिक अधीन न रहें, जिससे कि जीवित रहें?