यहोवा धर्मी को परखता है, परंतु उसका मन दुष्ट और उपद्रव से प्रीति रखनेवालों से घृणा करता है।
लूका 12:46 - नवीन हिंदी बाइबल तो उस दास का स्वामी ऐसे दिन आएगा जब वह उसकी प्रतीक्षा न करता हो और ऐसी घड़ी जिसे वह न जानता हो; और उसे वह कठोर दंड देगा और उसका भाग अविश्वासियों के साथ ठहराएगा। पवित्र बाइबल तो उस सेवक का स्वामी ऐसे दिन आ जायेगा जिसकी वह सोचता तक नहीं। एक ऐसी घड़ी जिसके प्रति वह अचेत है। फिर वह उसके टुकड़े-टुकड़े कर डालेगा और उसे अविश्वासियों के बीच स्थान देगा। Hindi Holy Bible तो उस दास का स्वामी ऐसे दिन कि वह उस की बाट जोहता न रहे, और ऐसी घड़ी जिसे वह जानता न हो आएगा, और उसे भारी ताड़ना देकर उसका भाग अविश्वासियों के साथ ठहराएगा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तो उस सेवक का स्वामी ऐसे दिन आएगा, जब वह उसकी प्रतीक्षा नहीं कर रहा होगा और ऐसी घड़ी जिसे वह नहीं जानता होगा। तब स्वामी उसे कठोर दंड देगा। इस प्रकार उसका अंत वही होगा जो अविश्वासियों का होता है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तो उस दास का स्वामी ऐसे दिन, जब वह उसकी बाट जोहता न रहे, और ऐसी घड़ी जिसे वह जानता न हो, आएगा और उसे भारी दण्ड देकर उसका भाग अविश्वासियों के साथ ठहराएगा। सरल हिन्दी बाइबल उसका स्वामी एक ऐसे दिन लौटेगा, जिसकी उसने कल्पना ही न की थी और एक ऐसे क्षण में, जिसके विषय में उसे मालूम ही न था तो स्वामी उसके टुकड़े-टुकड़े कर उसकी गिनती अविश्वासियों में कर देगा. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तो उस दास का स्वामी ऐसे दिन, जब वह उसकी प्रतीक्षा न कर रहा हो, और ऐसी घड़ी जिसे वह जानता न हो, आएगा और उसे भारी ताड़ना देकर उसका भाग विश्वासघाती के साथ ठहराएगा। |
यहोवा धर्मी को परखता है, परंतु उसका मन दुष्ट और उपद्रव से प्रीति रखनेवालों से घृणा करता है।
कुकर्मियों का तो नाश होगा, परंतु जो यहोवा की प्रतीक्षा करते हैं वे पृथ्वी के अधिकारी होंगे।
तो उस दास का स्वामी ऐसे दिन आएगा जब वह उसकी प्रतीक्षा नहीं करता होगा और ऐसी घड़ी जिसे वह नहीं जानता होगा;
और उसे वह कठोर दंड देगा और उसका भाग पाखंडियों के साथ ठहराएगा, जहाँ रोना और दाँतों का पीसना होगा।”
तुम भी तैयार रहो, क्योंकि जिस घड़ी तुम सोचते भी नहीं होगे, उसी घड़ी मनुष्य का पुत्र आ जाएगा।”
परंतु यदि वह दास अपने मन में कहे, ‘मेरे स्वामी के आने में देर है,’ और वह सेवकों और सेविकाओं को पीटने लगे, और खा-पीकर मतवाला होने लगे,
वह दास जो अपने स्वामी की इच्छा जानकर भी न तो तैयार रहा और न ही उसकी इच्छा के अनुसार चला, वह बहुत मार खाएगा;
(“देख, मैं चोर के समान आ रहा हूँ। धन्य है वह, जो जागता और अपने वस्त्रों की रक्षा करता है, कहीं ऐसा न हो कि वह नग्न फिरे और लोग उसका नंगापन देखें।”)