हे यहोवा मेरे परमेश्वर, जो आश्चर्यकर्म और जो विचार तूने हमारे लिए किए हैं, वे तो बहुत हैं; तेरे तुल्य कोई नहीं। यदि मैं उनके विषय में बताऊँ और उनकी चर्चा करूँ तो वे इतने हैं कि उनकी गिनती नहीं हो सकती।
लूका 1:3 - नवीन हिंदी बाइबल इसलिए मैंने भी यह उचित समझा कि उन सब बातों को आरंभ से भली-भाँति जाँचकर तेरे लिए क्रमानुसार लिखूँ, पवित्र बाइबल हे मान्यवर थियुफिलुस! क्योंकि मैंने प्रारम्भ से ही सब कुछ का बड़ी सावधानी से अध्ययन किया है इसलिए मुझे यह उचित जान पड़ा कि मैं भी तुम्हारे लिये इसका एक क्रमानुसार विवरण लिखूँ। Hindi Holy Bible इसलिये हे श्रीमान थियुफिलुस मुझे भी यह उचित मालूम हुआ कि उन सब बातों का सम्पूर्ण हाल आरम्भ से ठीक ठीक जांच करके उन्हें तेरे लिये क्रमानुसार लिखूं। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैंने भी आरम्भ से सब बातों का सावधानी से अध्ययन किया है। इसलिए श्रीमान् थिओफिलुस, मुझे आपके लिए उनका क्रमबद्ध विवरण लिखना उचित जान पड़ा, पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इसलिये, हे श्रीमान् थियुफिलुस, मुझे भी यह उचित मालूम हुआ कि उन सब बातों का सम्पूर्ण हाल आरम्भ से ठीक–ठीक जाँच करके, उन्हें तेरे लिये क्रमानुसार लिखूँ सरल हिन्दी बाइबल मैंने स्वयं हर एक घटनाओं की शुरुआत से सावधानीपूर्वक जांच की है. इसलिये परम सम्मान्य थियोफ़िलॉस महोदय, मुझे भी यह उचित लगा कि आपके लिए मैं यह सब क्रम के अनुसार लिखूं इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसलिए हे श्रीमान थियुफिलुस मुझे भी यह उचित मालूम हुआ कि उन सब बातों का सम्पूर्ण हाल आरम्भ से ठीक-ठीक जाँच करके उन्हें तेरे लिये क्रमानुसार लिखूँ, |
हे यहोवा मेरे परमेश्वर, जो आश्चर्यकर्म और जो विचार तूने हमारे लिए किए हैं, वे तो बहुत हैं; तेरे तुल्य कोई नहीं। यदि मैं उनके विषय में बताऊँ और उनकी चर्चा करूँ तो वे इतने हैं कि उनकी गिनती नहीं हो सकती।
तूने ये काम किए, पर मैं चुप रहा; इसलिए तूने समझ लिया कि मैं तेरे ही समान हूँ। मैं तुझे फटकारूँगा और तेरी आँखों के सामने एक-एक करके सब कुछ दिखाऊँगा।
कि तू सत्य के वचनों की सच्चाई जाने, और जिन्होंने तुझे भेजा है उन्हें ठीक उत्तर दे सके?
उपदेशक न केवल बुद्धिमान था बल्कि वह लोगों को ज्ञान की बातें भी सिखाता था; उसने बहुत से नीतिवचनों पर चिंतन किया, उनकी जाँच-पड़ताल की, और उन्हें क्रम में रखा।
हे माननीय थियुफिलुस, क्योंकि बहुत से लोगों ने हमारे बीच में हुई घटनाओं के विवरण को व्यवस्थित करने का कार्य अपने हाथों में लिया,
हे थियुफिलुस, मैंने अपनी पहली पुस्तक में उन सब बातों के विषय में लिखा है, जिन्हें यीशु ने करना और सिखाना आरंभ किया,
“इसलिए मेरा निर्णय यह है कि हम उन्हें दुःख न दें जो गैरयहूदियों में से परमेश्वर की ओर फिरते हैं,
इसलिए हमें सर्वसम्मति से यह उचित लगा कि हम कुछ लोगों को चुनकर अपने प्रिय बरनाबास और पौलुस के साथ तुम्हारे पास भेजें।
क्योंकि पवित्र आत्मा और हमें उचित जान पड़ा कि इन आवश्यक बातों को छोड़ तुम पर और अधिक बोझ न डालें :
कुछ समय बिताकर वह वहाँ से निकला, और गलातिया के क्षेत्र तथा फ्रूगिया से नगर-नगर होता हुआ सब शिष्यों को दृढ़ करता रहा।
परंतु पौलुस ने कहा, “हे माननीय फेस्तुस, मैं पागल नहीं हूँ, बल्कि मैं सच्चाई और समझ की बातें बोलता हूँ।
अब भाई अपुल्लोस के विषय में : मैंने उससे बहुत विनती की कि वह भाइयों के साथ तुम्हारे पास आए; परंतु इस समय आने की उसकी बिलकुल इच्छा नहीं थी। फिर भी, जब उसे अवसर मिलेगा, तो वह आ जाएगा।
परंतु मेरे विचार से जैसी वह है, यदि वैसी ही रहे तो और भी धन्य है; और मैं समझता हूँ कि मुझमें भी परमेश्वर का आत्मा है।
यदि तू भाइयों को इन बातों का स्मरण कराता रहे तो मसीह यीशु का अच्छा सेवक ठहरेगा, और विश्वास के उन वचनों तथा खरी शिक्षा के द्वारा, जिनका तू पालन करता आया है, तेरा पोषण होता रहेगा।