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रोमियों 4:21 - नवीन हिंदी बाइबल

वह पूर्णतः आश्‍वस्त था कि जो प्रतिज्ञा उसने की है वह उसे पूरा करने में भी समर्थ है।

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पवित्र बाइबल

उसे पूरा भरोसा था कि परमेश्वर ने उसे जो वचन दिया है, उसे पूरा करने में वह पूरी तरह समर्थ है।

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Hindi Holy Bible

और निश्चय जाना, कि जिस बात की उस ने प्रतिज्ञा की है, वह उसे पूरी करने को भी सामर्थी है।

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पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)

उन्‍हें पक्‍का निश्‍चय था कि परमेश्‍वर ने जिस बात की प्रतिज्ञा की है, वह उसे पूरा करने में समर्थ है।

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पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI)

और निश्‍चय जाना कि जिस बात की उसने प्रतिज्ञा की है, वह उसे पूरा करने में भी समर्थ है।

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सरल हिन्दी बाइबल

तथा पूरी तरह निश्चिंत रहे कि वह, जिन्होंने यह प्रतिज्ञा की है, उसे पूरा करने में भी सामर्थ्यी हैं.

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इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019

और निश्चय जाना कि जिस बात की उसने प्रतिज्ञा की है, वह उसे पूरा करने में भी सामर्थी है।

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रोमियों 4:21
15 क्रॉस रेफरेंस  

क्या यहोवा के लिए कुछ भी कठिन है? मैं निर्धारित समय पर, अर्थात् एक वर्ष के बाद तेरे पास फिर आऊँगा, और सारा के पास एक पुत्र होगा।”


हमारा परमेश्‍वर तो स्वर्ग में है; उसने जो चाहा वही किया है।


यीशु ने उनकी ओर देखकर कहा,“मनुष्यों के लिए तो यह असंभव है, परंतु परमेश्‍वर के लिए सब कुछ संभव है।”


हे माननीय थियुफिलुस, क्योंकि बहुत से लोगों ने हमारे बीच में हुई घटनाओं के विवरण को व्यवस्थित करने का कार्य अपने हाथों में लिया,


क्योंकि परमेश्‍वर के लिए कुछ भी असंभव नहीं है।”


धन्य है वह जिसने विश्‍वास किया कि जो बातें प्रभु की ओर से उससे कही गई हैं, पूरी होंगी।”


तू कौन है जो दूसरे के सेवक पर दोष लगाता है? उसका स्थिर रहना या गिरना उसके स्वामी पर निर्भर है; और वह अवश्य स्थिर किया जाएगा, क्योंकि प्रभु उसे स्थिर करने में समर्थ है।


कोई तो एक दिन को दूसरे से बढ़कर मानता है, और कोई प्रत्येक दिन को एक समान मानता है। प्रत्येक व्यक्‍ति अपने मन में इसके प्रति पूर्णतः आश्‍वस्त हो जाए।


क्योंकि मुझे निश्‍चय है कि न तो मृत्यु और न जीवन, न स्वर्गदूत न प्रधानताएँ, न वर्तमान न भविष्य, न शक्‍तियाँ,


परमेश्‍वर तुम्हें सब प्रकार का अनुग्रह बहुतायत से देने में समर्थ है, जिससे तुम सदैव हर बात में संपन्‍न रहो कि हर भले कार्य के लिए तुम्हारे पास बहुतायत से हो,


इस कारण मैं ये सब दुःख भी उठाता हूँ, फिर भी लज्‍जित नहीं होता; क्योंकि मैं उसे जानता हूँ जिस पर मैंने विश्‍वास किया है, और मैं आश्‍वस्त हूँ कि वह उस दिन तक मेरी धरोहर की रखवाली करने में समर्थ है।


ये सब विश्‍वास की दशा में मरे। इन्होंने प्रतिज्ञा की गई वस्तुओं को प्राप्‍त नहीं किया पर उन्हें दूर ही से देखकर उनका स्वागत किया और यह मान लिया कि हम पृथ्वी पर परदेशी और यात्री हैं।


उसने समझ लिया था कि परमेश्‍वर मृतकों में से भी जिलाने में सामर्थी है, और उसने दृष्‍टांत के रूप में इसहाक को फिर से प्राप्‍त किया।