तब फ़िरौन ने अब्राम को बुलवाकर कहा, “तूने मेरे साथ यह क्या किया? तूने मुझे क्यों नहीं बताया कि वह तेरी पत्नी है?
रोमियों 4:2 - नवीन हिंदी बाइबल क्योंकि यदि अब्राहम कर्मों के द्वारा धर्मी ठहराया जाता, तो वह घमंड कर सकता था, परंतु परमेश्वर के सामने नहीं। पवित्र बाइबल क्योंकि यदि इब्राहीम को उसके कामों के कारण धर्मी ठहराया जाता है तो उसके गर्व करने की बात थी। किन्तु परमेश्वर के सामने वह वास्तव में गर्व नहीं कर सकता। Hindi Holy Bible क्योंकि यदि इब्राहीम कर्मों से धर्मी ठहराया जाता, तो उसे घमण्ड करने की जगह होती, परन्तु परमेश्वर के निकट नहीं। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि अब्राहम अपने कर्मों के कारण धार्मिक ठहराए गये, तो वह अपने पर गर्व कर सकते हैं। किन्तु वह परमेश्वर के सामने ऐसा नहीं कर सकते; पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि यदि अब्राहम कामों से धर्मी ठहराया जाता, तो उसे घमण्ड करने की जगह होती, परन्तु परमेश्वर के निकट नहीं। सरल हिन्दी बाइबल यदि कामों के द्वारा अब्राहाम को धार्मिकता प्राप्त हुई तो वह इसका घमंड अवश्य कर सकते थे, किंतु परमेश्वर के सामने नहीं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि यदि अब्राहम कामों से धर्मी ठहराया जाता, तो उसे घमण्ड करने का कारण होता है, परन्तु परमेश्वर के निकट नहीं। (उत्प. 15:6) |
तब फ़िरौन ने अब्राम को बुलवाकर कहा, “तूने मेरे साथ यह क्या किया? तूने मुझे क्यों नहीं बताया कि वह तेरी पत्नी है?
तब फ़िरौन ने अपने कर्मचारियों को उसके विषय आज्ञा दी; और उन्होंने उसे और उसकी पत्नी को, उसकी सारी धन-संपत्ति सहित विदा कर दिया।
कौन है जो तुझे दूसरे से श्रेष्ठ समझता है? और तेरे पास क्या है जो तुझे नहीं मिला? और जबकि तुझे मिला है, तो घमंड क्यों करता है मानो तुझे मिला ही नहीं?
इसलिए यदि मैं सुसमाचार सुनाऊँ तो मेरे लिए यह कोई गर्व की बात नहीं, क्योंकि मैं तो इसके लिए विवश हूँ। यदि मैं सुसमाचार न सुनाऊँ तो मुझ पर हाय!
मैं जो कर रहा हूँ वही करता रहूँगा ताकि मैं उनको यह घमंड करने का अवसर न दूँ कि वे हमारे ही समान हैं; वे ऐसे ही अवसर को खोज रहे हैं।
हम तुम्हारे सामने फिर से अपनी प्रशंसा नहीं कर रहे हैं बल्कि तुम्हें हम पर गर्व करने का अवसर दे रहे हैं ताकि तुम उन्हें उत्तर दे सको जो मन पर नहीं बल्कि दिखावे पर घमंड करते हैं।
परंतु पवित्रशास्त्र ने सब को पाप के अधीन कर दिया ताकि वह प्रतिज्ञा जो यीशु मसीह पर विश्वास करने के द्वारा है, विश्वास करनेवालों को दी जाए।
और उसी में पाया जाऊँ—यह अपनी उस धार्मिकता के कारण नहीं जो व्यवस्था से प्राप्त होती है, बल्कि उस धार्मिकता के कारण है जो मसीह पर विश्वास करने से है, अर्थात् वह धार्मिकता जो विश्वास के आधार पर परमेश्वर से प्राप्त होती है—