निंदा के कारण मेरा हृदय टूट गया, और मैं बहुत उदास हूँ। मैंने सहानुभूति तो चाही पर न मिली, मैंने शांति देनेवालों को भी ढूँढ़ा, पर कोई न मिला।
रोमियों 15:3 - नवीन हिंदी बाइबल मसीह ने भी अपने आपको प्रसन्न नहीं किया, बल्कि जैसा लिखा है : तेरी निंदा करनेवालों की निंदा मुझ पर आ पड़ी। पवित्र बाइबल यहाँ तक कि मसीह ने भी स्वयं को प्रसन्न नहीं किया था। बल्कि जैसा कि मसीह के बारे में शास्त्र कहता है: “उनका अपमान जिन्होंने तेरा अपमान किया है, मुझ पर आ पड़ा है।” Hindi Holy Bible क्योंकि मसीह ने अपने आप को प्रसन्न नहीं किया, पर जैसा लिखा है, कि तेरे निन्दकों की निन्दा मुझ पर आ पड़ी। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मसीह ने भी अपने सुख का ध्यान नहीं रखा। जैसा कि धर्मग्रंथ में लिखा है, “तेरी निन्दा करने वालों ने मेरी निन्दा की है।” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) क्योंकि मसीह ने अपने आप को प्रसन्न नहीं किया, पर जैसा लिखा है : “तेरे निन्दकों की निन्दा मुझ पर आ पड़ी।” सरल हिन्दी बाइबल क्योंकि मसीह ने अपने आपको प्रसन्न नहीं किया जैसा कि पवित्र शास्त्र का लेख है: उनकी निंदा, जो आपके निंदक हैं, मुझ पर आ पड़ी है. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 क्योंकि मसीह ने अपने आपको प्रसन्न नहीं किया, पर जैसा लिखा है, “तेरे निन्दकों की निन्दा मुझ पर आ पड़ी।” (भज. 69:9) |
निंदा के कारण मेरा हृदय टूट गया, और मैं बहुत उदास हूँ। मैंने सहानुभूति तो चाही पर न मिली, मैंने शांति देनेवालों को भी ढूँढ़ा, पर कोई न मिला।
क्योंकि तेरे भवन की धुन ने मुझे भस्म कर दिया है। जो निंदा वे तेरी करते हैं, वही मुझे सहनी पड़ी है।
शिष्य का अपने गुरु के समान और दास का अपने स्वामी के समान होना ही बहुत है। जब उन्होंने घर के स्वामी को बालज़बूल कहा, तो उसके घरवालों को क्या कुछ न कहेंगे।
फिर थोड़ा आगे बढ़कर वह मुँह के बल गिरा और यह प्रार्थना करने लगा,“हे मेरे पिता, यदि संभव हो तो यह कटोरा मुझसे टल जाए; फिर भी जैसा मैं चाहता हूँ वैसा नहीं, बल्कि जैसा तू चाहता है, वैसा ही हो।”
फिर उसने दूसरी बार जाकर प्रार्थना की,“हे मेरे पिता, यदि यहमेरे पीए बिना टल नहीं सकता, तो तेरी इच्छा पूरी हो।”
यदि तुम मेरी आज्ञाओं का पालन करोगे तो तुम मेरे प्रेम में बने रहोगे, जैसे मैंने अपने पिता की आज्ञाओं का पालन किया है और उसके प्रेम में बना रहता हूँ।
यदि मैंने उनके बीच वे कार्य न किए होते जिन्हें किसी और ने नहीं किया, तो वे पापी न ठहरते; परंतु अब उन्होंने मुझे और मेरे पिता दोनों को देखा है और दोनों से घृणा की है।
यीशु ने उनसे कहा,“मेरा भोजन यह है कि मैं अपने भेजनेवाले की इच्छा पर चलूँ और उसका कार्य पूरा करूँ।
“मैं अपनी ओर से कुछ नहीं कर सकता, जैसा सुनता हूँ वैसा न्याय करता हूँ और मेरा न्याय सच्चा है, क्योंकि मैं अपनी इच्छा नहीं बल्कि अपने भेजनेवाले की इच्छा चाहता हूँ।
क्योंकि मैं अपनी इच्छा नहीं बल्कि अपने भेजनेवाले की इच्छा पूरी करने के लिए स्वर्ग से उतर आया हूँ।
जिसने मुझे भेजा वह मेरे साथ है। उसने मुझे अकेला नहीं छोड़ा क्योंकि मैं सदैव वही कार्य करता हूँ, जिनसे वह प्रसन्न होता है।”
तुम हमारे प्रभु यीशु मसीह के अनुग्रह को तो जानते हो कि वह धनवान होने पर भी तुम्हारे लिए निर्धन बना ताकि तुम उसकी निर्धनता के द्वारा धनवान हो जाओ।
उसने मनुष्य रूप में प्रकट होकर अपने आपको दीन किया, और यहाँ तक आज्ञाकारी रहा कि मृत्यु, हाँ क्रूस की मृत्यु भी सह ली।