जब तक वह न्याय को विजय न दिला दे, वह न तो कुचले हुए सरकंडे को तोड़ेगा और न ही धुआँ देती हुई बत्ती को बुझाएगा।
रोमियों 14:1 - नवीन हिंदी बाइबल अब जो विश्वास में निर्बल है उसे ग्रहण करो, परंतु उसके विचारों पर विवाद करने के लिए नहीं। पवित्र बाइबल जिसका विश्वास दुर्बल है, उसका भी स्वागत करो किन्तु मतभेदों पर झगड़ा करने के लिए नहीं। Hindi Holy Bible जो विश्वास में निर्बल है, उसे अपनी संगति में ले लो; परन्तु उसी शंकाओं पर विवाद करने के लिये नहीं। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि कोई विश्वास में दुर्बल है, तो आप उसकी पापशंकाओं पर विवाद किये बिना उसका स्वागत करें। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) जो विश्वास में निर्बल है, उसे अपनी संगति में ले लो, परन्तु उसकी शंकाओं पर विवाद करने के लिये नहीं। सरल हिन्दी बाइबल विश्वास में कमजोर व्यक्ति को उसकी मान्यताओं के विषय में किसी भी शंका के बिना ही स्वीकार करो. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 जो विश्वास में निर्बल है , उसे अपनी संगति में ले लो, परन्तु उसकी शंकाओं पर विवाद करने के लिये नहीं। |
जब तक वह न्याय को विजय न दिला दे, वह न तो कुचले हुए सरकंडे को तोड़ेगा और न ही धुआँ देती हुई बत्ती को बुझाएगा।
यीशु ने तुरंत अपना हाथ बढ़ाकर उसे थाम लिया और उससे कहा,“हे अल्पविश्वासी, तूने क्यों संदेह किया?”
“देखो, इन छोटों में से किसी एक को भी तुच्छ न समझना; क्योंकि मैं तुमसे कहता हूँ कि स्वर्ग में उनके दूत मेरे स्वर्गिक पिता के मुख को निरंतर देखते रहते हैं।
क्योंकि वह उसके मन में नहीं बल्कि पेट में जाती है और संडास में निकल जाती है।” इस प्रकार उसने सब भोजन वस्तुओं को शुद्ध ठहराया।
उसके लिए इन छोटों में से एक के भी ठोकर का कारण बनने से अच्छा होता कि एक चक्की का पाट उसके गले में लटकाकर समुद्र में डाल दिया जाता।
मैं तुमसे सच-सच कहता हूँ, जो मेरे भेजे हुए को ग्रहण करता है, वह मुझे ग्रहण करता है, और जो मुझे ग्रहण करता है, वह मेरे भेजनेवाले को ग्रहण करता है।”
वहाँ के निवासियों ने हमारे प्रति असाधारण उदारता दिखाई, और आग जलाकर हम सब का स्वागत किया क्योंकि वर्षा होने के कारण ठंड थी।
क्योंकि यदि उनका त्यागा जाना जगत के मेल-मिलाप का कारण हुआ, तो उनका ग्रहण किया जाना मृतकों में से जी उठने के अतिरिक्त और क्या होगा?
एक का विश्वास है कि वह सब कुछ खा सकता है, परंतु जो विश्वास में निर्बल है वह साग-पात ही खाता है।
अच्छा तो यह है कि तू न मांस खाए और न दाखरस पीए और न ही ऐसा कार्य करे जिससे तेरे भाई को चोट पहुँचे।
खानेवाला न-खानेवाले को तुच्छ न समझे; और न ही न-खानेवाला खानेवाले पर दोष लगाए, क्योंकि परमेश्वर ने उसे ग्रहण किया है।
अब हम बलवानों को चाहिए कि निर्बलों की निर्बलताओं को सहें, न कि अपने आपको प्रसन्न करें।
इसलिए एक दूसरे को ग्रहण करो, जैसे मसीह ने भी परमेश्वर की महिमा के लिए तुम्हें ग्रहण किया है।
लगभग एक सौ वर्ष की आयु में अपने मृतक समान शरीर और सारा के गर्भ की मरी हुई दशा को जानकर भी वह विश्वास में निर्बल न हुआ,
निर्बलों के लिए मैं निर्बल बना कि निर्बलों को जीत सकूँ। मैं सब लोगों के लिए सब कुछ बना हूँ कि किसी न किसी प्रकार से कुछ का उद्धार करा सकूँ।
हे भाइयो, हम तुमसे विनती करते हैं कि जो अनुचित चाल चलते हैं उन्हें चेतावनी दो, कायरों को प्रोत्साहन दो, निर्बलों को संभालो, सब के प्रति सहनशीलता दिखाओ।
परंतु ठोस भोजन बड़ों के लिए होता है, जिनकी ज्ञानेंद्रियाँ अभ्यास के द्वारा भले और बुरे की पहचान करने में निपुण हो गई हैं।
यदि कोई तुम्हारे पास आए और यह शिक्षा न दे, तो उसे न अपने घर में आने दो और न उसे नमस्कार करो;