क्या तेरे सामने सारा देश नहीं है? इसलिए मुझसे अलग हो जा; यदि तू बाईं ओर जाए तो मैं दाहिनी ओर जाऊँगा; और यदि तू दाहिनी ओर जाए, तो मैं बाईं ओर जाऊँगा।”
रोमियों 12:10 - नवीन हिंदी बाइबल भाईचारे की भावना से एक दूसरे से स्नेह रखो, आदर करने में एक दूसरे से आगे रहो, पवित्र बाइबल भाई चारे के साथ एक दूसरे के प्रति समर्पित रहो। आपस में एक दूसरे को आदर के साथ अपने से अधिक महत्व दो। Hindi Holy Bible भाईचारे के प्रेम से एक दूसरे पर दया रखो; परस्पर आदर करने में एक दूसरे से बढ़ चलो। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) आप सच्चे भाई-बहिनों की तरह एक दूसरे को हृदय से प्यार करें। हर व्यक्ति दूसरों को अपने से श्रेष्ठ माने। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) भाईचारे के प्रेम से एक दूसरे से स्नेह रखो; परस्पर आदर करने में एक दूसरे से बढ़ चलो। सरल हिन्दी बाइबल आपसी प्रेम में समर्पित रहो; अन्यों को ऊंचा सम्मान दो; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 भाईचारे के प्रेम से एक दूसरे पर स्नेह रखो; परस्पर आदर करने में एक दूसरे से बढ़ चलो। |
क्या तेरे सामने सारा देश नहीं है? इसलिए मुझसे अलग हो जा; यदि तू बाईं ओर जाए तो मैं दाहिनी ओर जाऊँगा; और यदि तू दाहिनी ओर जाए, तो मैं बाईं ओर जाऊँगा।”
परंतु जब तुझे आमंत्रित किया जाए, तो सब से नीचे स्थान पर जाकर बैठ, ताकि जब तुझे आमंत्रित करनेवाला आए और तुझसे कहे, ‘हे मित्र, ऊँचे स्थान पर जाकर बैठ।’ तो तेरे साथ बैठनेवाले सब लोगों के सामने तेरी बड़ाई होगी।
कि वे सब एक हों, जैसे, हे पिता, तू मुझमें है और मैं तुझमें, वैसे ही वे भी हममें एकहों, ताकि संसार विश्वास करे कि तूने मुझे भेजा है।
विश्वास करनेवालों का समूह एक मन और एक चित्त था, और कोई भी अपनी संपत्ति को अपनी नहीं कहता था, बल्कि उनका सब कुछ साझे का था।
जिसका तुम्हें कुछ चुकाना है उसे चुकाओ : जिसे कर चुकाना है उसे कर चुकाओ, जिसे चुंगी देनी है उसे चुंगी दो, जिससे डरना है उससे डरो, जिसका आदर करना है उसका आदर करो।
हे भाइयो, तुम स्वतंत्रता के लिए बुलाए गए हो; इस स्वतंत्रता का प्रयोग शरीर को अवसर देने के लिए न करो, बल्कि प्रेम से एक दूसरे की सेवा करो।
मसीह यीशु में न तो ख़तने का कुछ महत्त्व है और न ही बिना ख़तने का, परंतु केवल उस विश्वास का जो प्रेम के द्वारा कार्य करता है।
क्योंकि हमने मसीह यीशु में तुम्हारे विश्वास और सब पवित्र लोगों के लिए तुम्हारे प्रेम के विषय में सुना है।
अब भाईचारे के प्रेम के विषय में यह आवश्यक नहीं कि मैं तुम्हें कुछ लिखूँ, क्योंकि आपस में प्रेम रखना तुमने स्वयं परमेश्वर से सीखा है;
हे भाइयो, तुम्हारे विषय में हमें परमेश्वर का सदैव धन्यवाद करना चाहिए, और यह उचित भी है, क्योंकि तुम्हारा विश्वास बढ़ रहा है, और एक दूसरे के प्रति तुम सब का प्रेम भी बढ़ता जा रहा है।
जब तुमने भाईचारे के निष्कपट प्रेम के लिए अपने मनों को सत्य का पालन करके शुद्ध किया है, तो उत्साहपूर्वक शुद्ध मन से आपस में प्रेम रखो।
इसी प्रकार, हे जवानो, तुम भी प्रवरों के अधीन रहो। तुम सब एक दूसरे के प्रति दीनता को धारण कर लो, क्योंकि परमेश्वर अभिमानियों का विरोध करता है, परंतु दीनों पर अनुग्रह करता है।
यदि कोई कहे, “मैं परमेश्वर से प्रेम रखता हूँ” और अपने भाई से घृणा करे तो वह झूठा है। क्योंकि जो अपने उस भाई से प्रेम नहीं रखता जिसे उसने देखा है, तो वह उस परमेश्वर से प्रेम नहीं रख सकता जिसे उसने नहीं देखा।