जो मनुष्य का भय मानता है वह अपने लिए जाल बिछाता है, परंतु जो यहोवा पर भरोसा रखता है, वह सुरक्षित रहता है।
यूहन्ना 7:13 - नवीन हिंदी बाइबल फिर भी यहूदियों के भय के कारण कोई भी उसके विषय में खुलकर नहीं बोल रहा था। पवित्र बाइबल कोई भी उसके बारे में खुलकर बातें नहीं कर पा रहा था क्योंकि वे लोग यहूदी नेताओं से डरते थे। Hindi Holy Bible तौभी यहूदियों के भय के मारे कोई व्यक्ति उसके विषय में खुलकर नहीं बोलता था। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) फिर भी धर्मगुरुओं के भय के कारण कोई उनके विषय में खुल कर बातें नहीं करता था। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तौभी यहूदियों के डर के मारे कोई व्यक्ति उसके विषय में खुलकर नहीं बोलता था। सरल हिन्दी बाइबल तौभी कोई भी व्यक्ति यहूदियों के भय के कारण मसीह येशु के विषय में खुलकर बात नहीं करता था. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तो भी यहूदियों के भय के मारे कोई व्यक्ति उसके विषय में खुलकर नहीं बोलता था। |
जो मनुष्य का भय मानता है वह अपने लिए जाल बिछाता है, परंतु जो यहोवा पर भरोसा रखता है, वह सुरक्षित रहता है।
इन बातों के बाद अरिमतिया के यूसुफ ने, जो यहूदियों के डर के कारण गुप्त रूप से यीशु का शिष्य था, पिलातुस से विनती की कि उसे यीशु का शव ले जाने दे; और पिलातुस ने उसे अनुमति दे दी। अतः वह आकर उसका शव ले गया।
उसी दिन अर्थात् सप्ताह के पहले दिन, संध्या होने पर, उस स्थान पर जहाँ शिष्य यहूदियों के डर से द्वार बंद किए हुए थे, यीशु आकर उनके बीच में खड़ा हो गया और उनसे कहा,“तुम्हें शांति मिले।”
वह रात को यीशु के पास आया और उससे कहा, “हे रब्बी, हम जानते हैं कि तू परमेश्वर की ओर से आया हुआ गुरु है, क्योंकि जिन चिह्नों को तू दिखाता है उन्हें जब तक परमेश्वर साथ न हो, कोई दिखा नहीं सकता।”
इन बातों के बाद यीशु गलील में ही फिरता रहा। वह यहूदिया में फिरना नहीं चाहता था क्योंकि यहूदी उसको मार डालने की खोज में थे।
उसके माता-पिता ने ये बातें इसलिए कहीं क्योंकि वे यहूदियों से डरते थे; क्योंकि यहूदी पहले ही एकमत हो चुके थे कि यदि कोई यीशु को मसीह मानेगा तो वह आराधनालय से बाहर निकाल दिया जाएगा।
इस पर उन्होंने उससे कहा, “तू तो पूर्ण रूप से पापों में जन्मा है, और क्या तू हमें सिखाता है?” और उन्होंने उसे बाहर निकाल दिया।
मैंजानता हूँ कि तू कहाँ रहता है—जहाँ शैतान का सिंहासन है। तू मेरे नाम को थामे रहता है और तूने उन दिनों में भी मुझ पर अपने विश्वास का इनकार नहीं किया जब मेरा विश्वासयोग्य साक्षी अंतिपास तुम्हारे बीच उस स्थान पर मार डाला गया, जहाँ शैतान का वास है।