तू न्याय के सीनाबंद में ऊरीम और तुम्मीम को रखना, और जब हारून यहोवा के सामने जाए तो वे हारून के हृदय के ऊपर हों। इस प्रकार हारून इस्राएलियों के न्याय को अपने हृदय के ऊपर यहोवा के सामने सदा धारण किए रहे।
यूहन्ना 11:51 - नवीन हिंदी बाइबल परंतु उसने यह अपनी ओर से नहीं कहा, बल्कि उस वर्ष महायाजक होते हुए उसने भविष्यवाणी की कि उस जाति के लिए यीशु मरने वाला है, पवित्र बाइबल यह बात उसने अपनी तरफ़ से नहीं कही थी पर क्योंकि वह उस साल का महायाजक था उसने भविष्यवाणी की थी कि यीशु लोगों के लिये मरने जा रहा है। Hindi Holy Bible यह बात उस ने अपनी ओर से न कही, परन्तु उस वर्ष का महायाजक होकर भविष्यद्वणी की, कि यीशु उस जाति के लिये मरेगा। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) उसने यह बात अपनी ओर से नहीं कही। किन्तु उसने उस वर्ष के प्रधान महापुरोहित के रूप में नबूवत की कि येशु यहूदी जाति के लिए मरेंगे पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) यह बात उसने अपनी ओर से न कही, परन्तु उस वर्ष का महायाजक होकर भविष्यद्वाणी की, कि यीशु उस जाति के लिये मरेगा; सरल हिन्दी बाइबल यह उसने अपनी ओर से नहीं कहा था परंतु उस वर्ष के महापुरोहित होने के कारण उसने यह भविष्यवाणी की थी, कि राष्ट्र के हित में मसीह येशु प्राणों का त्याग करेंगे, इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 यह बात उसने अपनी ओर से न कही, परन्तु उस वर्ष का महायाजक होकर भविष्यद्वाणी की, कि यीशु उस जाति के लिये मरेगा; |
तू न्याय के सीनाबंद में ऊरीम और तुम्मीम को रखना, और जब हारून यहोवा के सामने जाए तो वे हारून के हृदय के ऊपर हों। इस प्रकार हारून इस्राएलियों के न्याय को अपने हृदय के ऊपर यहोवा के सामने सदा धारण किए रहे।
जैसे कि मनुष्य का पुत्र सेवा कराने नहीं बल्कि सेवा करने और बहुतों की छुड़ौती के लिए अपना प्राण देने आया।”
जिस प्रकार पिता मुझे जानता है और मैं पिता को जानता हूँ; और मैं भेड़ों के लिए अपना प्राण देता हूँ।
परंतु उनमें से काइफा नामक एक व्यक्ति ने, जो उस वर्ष महायाजक था, उनसे कहा, “तुम कुछ भी नहीं जानते,
यदि मेरे पास भविष्यवाणी करने का वरदान हो, और मैं सब भेदों और समस्त ज्ञान को समझूँ, और यहाँ तक कि मुझे पूरा विश्वास हो कि पहाड़ों को हटा दूँ, पर प्रेम न रखूँ, तो मैं कुछ भी नहीं।
वह जो पाप से अनजान था, उसे परमेश्वर ने हमारे लिए पाप ठहराया कि हम उसमें परमेश्वर की धार्मिकता बन जाएँ।
मसीह ने हमारे लिए शाप बनकर हमें व्यवस्था के शाप से छुड़ाया (क्योंकि लिखा है : शापित है वह जो काठ पर लटकाया जाता है।),
उसने स्वयं हमारे पापों को अपनी देह में क्रूस पर उठा लिया, ताकि हम पापों के लिए मरकर धार्मिकता के लिए जीवन बिताएँ। उसके मार खाने से तुम स्वस्थ हुए हो।
इसलिए कि मसीह ने भी पापों के कारण एक बार दुःख उठाया, अर्थात् धर्मी ने अधर्मियों के लिए, ताकि तुम्हें परमेश्वर के निकट ले आए। वह शरीर में तो मारा गया, पर आत्मा में जिलाया गया।