“जो तुम्हें ग्रहण करता है, वह मुझे ग्रहण करता है, और जो मुझे ग्रहण करता है, वह मेरे भेजनेवाले को ग्रहण करता है।
यूहन्ना 1:12 - नवीन हिंदी बाइबल परंतु जितनों ने उसे ग्रहण किया, अर्थात् जो उसके नाम पर विश्वास करते हैं, उसने उन्हें परमेश्वर की संतान होने का अधिकार दिया। पवित्र बाइबल पर जिन्होंने उसे अपनाया उन सबको उसने परमेश्वर की संतान बनने का अधिकार दिया। Hindi Holy Bible परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उस ने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) किन्तु जितनों ने उसे अपनाया, और उसके नाम में विश्वास किया, उन सब को उसने परमेश्वर की संतान बनने का अधिकार दिया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उसने उन्हें परमेश्वर की सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात् उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं। सरल हिन्दी बाइबल परंतु जितनों ने उन्हें ग्रहण किया अर्थात् उनके नाम में विश्वास किया, उन सबको उन्होंने परमेश्वर की संतान होने का अधिकार दिया; इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उसने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात् उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं |
“जो तुम्हें ग्रहण करता है, वह मुझे ग्रहण करता है, और जो मुझे ग्रहण करता है, वह मेरे भेजनेवाले को ग्रहण करता है।
वह साक्षी देने के लिए आया कि उस ज्योति के विषय में साक्षी दे, ताकि सब उसके द्वारा विश्वास करें।
और न केवल उस जाति के लिए बल्कि इसलिए भी कि परमेश्वर की तितर-बितर हुई संतानों को एक कर दे।
फसह के पर्व के समय जब वह यरूशलेम में था, तो उसके उन चिह्नों को देखकर जिन्हें वह दिखाता था, बहुतों ने उसके नाम पर विश्वास किया।
परंतु ये इसलिए लिखे गए हैं, ताकि तुम विश्वास करो कि यीशु ही परमेश्वर का पुत्र मसीह है, और विश्वास करके उसके नाम से जीवन पाओ।
जो उस पर विश्वास करता है, वह दोषी नहीं ठहराया जाता, परंतु जो विश्वास नहीं करता, वह दोषी ठहराया जा चुका है; क्योंकि उसने परमेश्वर के एकलौते पुत्र के नाम पर विश्वास नहीं किया।
यीशु के नाम ने—उस विश्वास के द्वारा जो उसके नाम पर है—इस मनुष्य को जिसे तुम देखते और जानते हो, बल दिया है; और उसी विश्वास ने जो यीशु के द्वारा है, इस मनुष्य को तुम सब के सामने बिलकुल अच्छा कर दिया है।
सृष्टि बड़ी आशा से परमेश्वर के पुत्रों के प्रकट होने की उत्सुकतापूर्वक प्रतीक्षा कर रही है।
क्योंकि तुम पुत्र हो, इसलिए परमेश्वर ने अपने पुत्र के आत्मा को हमारे हृदयों में भेजा है जो “हे अब्बा, हे पिता” कहकर पुकारता है।
इन्हीं के द्वारा उसने हमें बहुमूल्य और बड़ी-बड़ी प्रतिज्ञाएँ दी हैं ताकि उनके द्वारा तुम उस भ्रष्ट आचरण से बचकर जो संसार में बुरी अभिलाषाओं के कारण है, ईश्वरीय स्वभाव के सहभागी हो जाओ।
देखो, पिता ने हमसे कैसा प्रेम किया है कि हम परमेश्वर की संतान कहलाएँ, और हम हैं भी। इस कारण संसार हमें नहीं जानता क्योंकि संसार ने उसे भी नहीं जाना।
इसी से परमेश्वर की संतान और शैतान की संतान की पहचान होती है; प्रत्येक जो धार्मिकता पर नहीं चलता, वह परमेश्वर से नहीं, और न ही वह जो अपने भाई से प्रेम नहीं रखता।
प्रियो, हम अब परमेश्वर की संतान हैं, परंतु अभी तक यह प्रकट नहीं हुआ कि हम क्या होंगे। हम यह जानते हैं कि जब वह प्रकट होगा तो हम उसके समान हो जाएँगे, क्योंकि हम उसे वैसा ही देखेंगे जैसा वह है।
उसकी आज्ञा यह है कि हम उसके पुत्र यीशु मसीह के नाम पर विश्वास करें और जैसे उसने हमें आज्ञा दी, हम एक दूसरे से प्रेम रखें।