और सलमोन से राहब के द्वारा बोअज़ उत्पन्न हुआ, और बोअज़ से रूत के द्वारा ओबेद उत्पन्न हुआ, और ओबेद से यिशै उत्पन्न हुआ,
याकूब 2:25 - नवीन हिंदी बाइबल इसी प्रकार राहब वेश्या ने जब दूतों का स्वागत किया और फिर दूसरे मार्ग से उन्हें भेज दिया, तो क्या वह भी कार्यों के द्वारा धर्मी न ठहरी? पवित्र बाइबल इसी प्रकार राहब वेश्या भी क्या उस समय अपने कर्मों से धर्मी नहीं ठहरायी गयी, जब उसने दूतों को अपने घर में शरण दी और फिर उन्हें दूसरे मार्ग से कहीं भेज दिया। Hindi Holy Bible वैसे ही राहाब वेश्या भी जब उस ने दूतों को अपने घर में उतारा, और दूसरे मार्ग से विदा किया, तो क्या कर्मों से धामिर्क न ठहरी? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसी प्रकार वेश्या राहाब अपने कर्मों से धार्मिक ठहराई गई, क्योंकि उसने अपने घर में दूतों का स्वागत किया और उन्हें दूसरे रास्ते से विदा किया। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वैसे ही राहाब वेश्या भी, जब उसने दूतों को अपने घर में उतारा और दूसरे मार्ग से विदा किया, तो क्या कर्मों से धार्मिक न ठहरी? सरल हिन्दी बाइबल इसी प्रकार क्या राहाब वेश्या को भी धर्मी न माना गया, जब उसने उन गुप्तचरों को अपने घर में शरण दी और उन्हें एक भिन्न मार्ग से वापस भेजा? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 वैसे ही राहाब वेश्या भी जब उसने दूतों को अपने घर में उतारा, और दूसरे मार्ग से विदा किया, तो क्या कर्मों से धार्मिक न ठहरी? (इब्रा. 11:31) |
और सलमोन से राहब के द्वारा बोअज़ उत्पन्न हुआ, और बोअज़ से रूत के द्वारा ओबेद उत्पन्न हुआ, और ओबेद से यिशै उत्पन्न हुआ,
इन दोनों में से किसने पिता की इच्छा पूरी की?” उन्होंने कहा, “पहले ने।” यीशु ने उनसे कहा,“मैं तुमसे सच कहता हूँ कि कर वसूलनेवाले और वेश्याएँ तुमसे पहले परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करते हैं।
और यासोन ने उन्हें अपने यहाँ ठहराया है; और ये सब कैसर की आज्ञाओं का यह कहते हुए विरोध करते हैं कि यीशु नाम का कोई दूसरा राजा है।”
विश्वास ही से राहब वेश्या आज्ञा न माननेवालों के साथ नाश नहीं हुई क्योंकि उसने गुप्तचरों का स्वागत किया था।
परंतु कोई कह सकता है, “तेरे पास विश्वास है और मेरे पास कार्य हैं।” तू मुझे अपना विश्वास बिना कार्यों के तो दिखा, और मैं तुझे अपना विश्वास अपने कार्यों के द्वारा दिखाऊँगा।
तूने देखा कि विश्वास उसके कार्यों के साथ मिलकर कार्य करता रहा और कार्यों से ही उसका विश्वास सिद्ध हुआ,