तब यीशु ने अपने शिष्यों को पास बुलाकर कहा,“मुझे इस भीड़ पर तरस आता है, क्योंकि ये लोग तीन दिन से मेरे साथ हैं और उनके पास खाने के लिए कुछ भी नहीं; मैं उन्हें भूखा नहीं भेजना चाहता, कहीं ऐसा न हो कि वे मार्ग में ही मूर्च्छित हो जाएँ।”
याकूब 2:16 - नवीन हिंदी बाइबल और तुममें से कोई उनसे कहे, “कुशल से जाओ, गर्म और तृप्त रहो,” परंतु तुम उन्हें वे वस्तुएँ न दो जो उनकी देह के लिए आवश्यक हैं, तो इससे क्या लाभ? पवित्र बाइबल और तुममें से ही कोई उनसे कहे, “शांति से जाओ, परमेश्वर तुम्हारा कल्याण करे, अपने को गरमाओ तथा अच्छी प्रकार भोजन करो” और तुम उनकी देह की आवश्यकताओं की वस्तुएँ उन्हें न दो तो फिर इसका क्या मूल्य है? Hindi Holy Bible और तुम में से कोई उन से कहे, कुशल से जाओ, तुम गरम रहो और तृप्त रहो; पर जो वस्तुएं देह के लिये आवश्यक हैं वह उन्हें न दे, तो क्या लाभ? पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यदि आप लोगों में से कोई उन से कहे, “शांति से जाइए, गरम-गरम कपड़े पहनिए और भर पेट खाइए”, किन्तु वह उन्हें शरीर के लिए आवश्यक वस्तुएँ नहीं दे, तो इस से क्या लाभ? पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और तुम में से कोई उनसे कहे, “कुशल से जाओ, तुम गरम रहो और तृप्त रहो,” पर जो वस्तुएँ देह के लिये आवश्यक हैं वह उन्हें न दे तो क्या लाभ? सरल हिन्दी बाइबल और तुममें से कोई उससे यह कहे, “कुशलतापूर्वक जाओ, ठंड से बचना और खा-पीकर संतुष्ट रहना!” जब तुम उसे उसकी ज़रूरत के अनुसार कुछ भी नहीं दे रहे तो यह कहकर तुमने उसका कौन सा भला कर दिया? इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और तुम में से कोई उनसे कहे, “शान्ति से जाओ, तुम गरम रहो और तृप्त रहो,” पर जो वस्तुएँ देह के लिये आवश्यक हैं वह उन्हें न दे, तो क्या लाभ? |
तब यीशु ने अपने शिष्यों को पास बुलाकर कहा,“मुझे इस भीड़ पर तरस आता है, क्योंकि ये लोग तीन दिन से मेरे साथ हैं और उनके पास खाने के लिए कुछ भी नहीं; मैं उन्हें भूखा नहीं भेजना चाहता, कहीं ऐसा न हो कि वे मार्ग में ही मूर्च्छित हो जाएँ।”
क्योंकि मैं भूखा था और तुमने मुझे खाने को दिया, मैं प्यासा था और तुमने मुझे पानी पिलाया, मैं परदेशी था और तुमने मुझे घर में बुलाया,
मैं निर्वस्त्र था और तुमने मुझे वस्त्र पहनाए, मैं बीमार था और तुमने मेरी सुधि ली, मैं बंदीगृह में था और तुम मुझसे मिलने आए।’
तब यीशु ने उससे कहा,“बेटी, तेरे विश्वास ने तुझे स्वस्थ कर दिया है। शांति से जा और अपनी बीमारी से बची रह।”
मैं यह आज्ञा के रूप में नहीं बल्कि दूसरों के उत्साह के द्वारा तुम्हारे प्रेम की सच्चाई को भी परखते हुए कहता हूँ।