मरकुस 5:23 - नवीन हिंदी बाइबल और उससे गिड़गिड़ाकर विनती करने लगा, “मेरी छोटी सी बेटी मरने पर है; तू आकर उस पर अपना हाथ रख दे कि वह ठीक हो जाए और जीवित रहे।” पवित्र बाइबल आग्रह के साथ विनती करता हुआ बोला, “मेरी नन्हीं सी बच्ची मरने को पड़ी है, मेरी विनती है कि तू मेरे साथ चल और अपना हाथ उसके सिर पर रख जिससे वह अच्छी हो कर जीवित रहे।” Hindi Holy Bible और उस ने यह कहकर बहुत बिनती की, कि मेरी छोटी बेटी मरने पर है: तू आकर उस पर हाथ रख, कि वह चंगी होकर जीवित रहे। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) और यह कहते हुए अनुनय-विनय करने लगा, “मेरी बेटी मरने पर है। कृपया चलिए, और उस पर हाथ रखिए, जिससे वह स्वस्थ हो जाए और जीवित रह सके।” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और यह कहकर उससे बहुत विनती की, “मेरी छोटी बेटी मरने पर है : तू आकर उस पर हाथ रख कि वह चंगी होकर जीवित रहे।” सरल हिन्दी बाइबल बड़ी ही विनती के साथ उसने मसीह येशु से कहा, “मेरी बेटी मरने पर है. कृपया चलिए और उस पर हाथ रख दीजिए कि वह स्वस्थ हो जाए और जीवित रहे.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और उसने यह कहकर बहुत विनती की, “मेरी छोटी बेटी मरने पर है: तू आकर उस पर हाथ रख, कि वह चंगी होकर जीवित रहे।” |
यीशु ने हाथ बढ़ाकर उसे छुआ और कहा,“मैं चाहता हूँ; शुद्ध हो जा!” और वह तुरंत कोढ़ से शुद्ध हो गया।
वे साँपों को हाथों से उठा लेंगे और यदि वे कोई प्राणनाशक विष भी पी जाएँ फिर भी उन्हें हानि नहीं होगी; वे बीमारों पर हाथ रखेंगे और वे स्वस्थ हो जाएँगे।”
अतः वह उसके साथ चल दिया। एक बड़ी भीड़ उसके पीछे-पीछे चल रही थी और लोग उस पर गिरे जा रहे थे।
और वे बहुत सी दुष्टात्माओं को निकालते और बहुत से बीमारों पर तेल मलकर उन्हें स्वस्थ करते थे।
लोग एक बहरे और हकले व्यक्ति को उसके पास लाए तथा उससे विनती करने लगे कि वह उस पर अपना हाथ रखे।
वह उस अंधे व्यक्ति का हाथ पकड़कर उसे गाँव के बाहर ले गया, उसकी आँखों पर थूका और उसके ऊपर हाथ रखकर उससे पूछा,“क्या तुझे कुछ दिखाई देता है?”
वह आराधनालय से उठकर शमौन के घर गया। शमौन की सास तेज़ ज्वर से पीड़ित थी, और उन्होंने उसके लिए यीशु से विनती की।
सूर्यास्त होने पर वे सब जिनके पास भिन्न-भिन्न प्रकार की बीमारियों से पीड़ित लोग थे, उन्हें यीशु के पास लाए; और उसने उनमें से हर एक पर हाथ रखकर उन्हें स्वस्थ किया।
जब वह नगर के फाटक के निकट पहुँचा, तो देखो, लोग एक मुरदे को ले जा रहे थे जो अपनी माँ का एकलौता पुत्र था; और उसकी माँ विधवा थी तथा नगर के बहुत लोग उसके साथ थे।
इसलिए इन बहनों ने उसके पास यह कहला भेजा, “प्रभु! देख, जिससे तू प्रीति रखता है, वह बीमार है।”
फिर ऐसा हुआ कि पुबलियुस का पिता ज्वर और पेचिश से पीड़ित पड़ा था। पौलुस ने उसके पास जाकर प्रार्थना की और उस पर हाथ रखकर उसे स्वस्थ किया।
और उसने दर्शन में हनन्याह नामक एक पुरुष को भीतर आते और अपने ऊपर हाथ रखते देखा है कि वह फिर से देख सके।”
तब हनन्याह ने जाकर उस घर में प्रवेश किया और उस पर अपना हाथ रखकर कहा, “भाई शाऊल, प्रभु अर्थात् उस यीशु ने जिसने तुझे मार्ग में आते समय दर्शन दिया था, मुझे भेजा है ताकि तू फिर से देखने लगे और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जाए।”