मरकुस 15:43 - नवीन हिंदी बाइबल तो अरिमतिया का यूसुफ जो महासभा का प्रतिष्ठित सदस्य था और स्वयं भी परमेश्वर के राज्य की प्रतीक्षा करता था, आया और साहस करके पिलातुस के पास गया और यीशु का शव माँगा। पवित्र बाइबल इसलिये अरिमतिया का यूसुफ़ आया। वह यहूदी महासभा का सम्मानित सदस्य था और परमेश्वर के राज्य के आने की बाट जोहता था। साहस के साथ वह पिलातुस के पास गया और उससे यीशु का शव माँगा। Hindi Holy Bible अरिमतिया का रहेनवाला यूसुफ आया, जो प्रतिष्ठित मंत्री और आप भी परमेश्वर के राज्य की बाट जोहता था; वह हियाव करके पीलातुस के पास गया और यीशु की लोथ मांगी। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) इसलिए अरिमतियाह नगर का यूसुफ़ आया। वह धर्ममहासभा का एक सम्मानित सदस्य था। वह परमेश्वर के राज्य की प्रतीक्षा में था। वह साहस करके राजभवन के भीतर पिलातुस के पास गया और उसने येशु का शरीर माँगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) अरिमतिया का रहनेवाला यूसुफ आया, जो महासभा का सदस्य था और आप भी परमेश्वर के राज्य की बाट जोहता था। वह हियाव करके पिलातुस के पास गया और यीशु का शव माँगा। सरल हिन्दी बाइबल अरिमथिया नगरवासी योसेफ़ ने, जो महासभा के प्रतिष्ठित सदस्य थे और स्वयं परमेश्वर के राज्य की प्रतीक्षा कर रहे थे, साहसपूर्वक पिलातॉस से मसीह येशु का शव ले जाने की अनुमति मांगी. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 अरिमतियाह का रहनेवाला यूसुफ आया, जो प्रतिष्ठित मंत्री और आप भी परमेश्वर के राज्य की प्रतीक्षा में था। वह साहस करके पिलातुस के पास गया और यीशु का शव माँगा। |
जब संध्या हुई तो यूसुफ नामक अरिमतिया का एक धनी मनुष्य, जो स्वयं भी यीशु का शिष्य था, आया।
पतरस दूरी बनाए रखकर उसके पीछे-पीछे महायाजक के आँगन में भीतर तक गया और सिपाहियों के साथ बैठकर आग तापने लगा।
पिलातुस को आश्चर्य हुआ कि वह इतनी जल्दी मर गया; और उसने शतपति को बुलाकर पूछा कि वह मर चुका है या नहीं।
और देखो, यरूशलेम में शिमोन नामक एक मनुष्य था। वह धर्मी और भक्त मनुष्य था और इस्राएल की शांति की प्रतीक्षा कर रहा था, तथा पवित्र आत्मा उस पर था;
उसी घड़ी वह पास आकर परमेश्वर को धन्यवाद देने लगी और उन सब लोगों को जो यरूशलेम के छुटकारे की प्रतीक्षा कर रहे थे, उस बालक के विषय में बताने लगी।
तथा उनकी योजना और कार्य से सहमत नहीं था। वह यहूदियों के एक नगर अरिमतिया का था, और परमेश्वर के राज्य की प्रतीक्षा करता था।
इन बातों के बाद अरिमतिया के यूसुफ ने, जो यहूदियों के डर के कारण गुप्त रूप से यीशु का शिष्य था, पिलातुस से विनती की कि उसे यीशु का शव ले जाने दे; और पिलातुस ने उसे अनुमति दे दी। अतः वह आकर उसका शव ले गया।
परंतु यहूदियों ने भक्त और कुलीन स्त्रियों तथा नगर के प्रमुख लोगों को उकसाया और पौलुस तथा बरनाबास के विरुद्ध उपद्रव करवाकर उन्हें अपनी सीमा से निकाल दिया।
अतः उनमें से बहुतों ने और बहुत सी कुलीन यूनानी स्त्रियों और पुरुषों ने भी विश्वास किया।
और मेरे कैद होने के कारण अधिकांश भाई प्रभु पर भरोसा रखकर और भी अधिक साहस और निडरता के साथ वचन सुनाते हैं।