यीशु ने उससे कहा,“मैं तुझसे सच कहता हूँ कि इसी रात को मुरगे के बाँग देने से पहले तू तीन बार मेरा इनकार करेगा।”
मरकुस 14:72 - नवीन हिंदी बाइबल और तुरंत मुरगे ने दूसरी बार बाँग दी; तब पतरस को वह बात स्मरण आई जो यीशु ने उससे कही थी :“मुरगे के दो बार बाँग देने से पहले, तू तीन बार मेरा इनकार करेगा।” तब वह फूट फूटकर रोने लगा। पवित्र बाइबल तत्काल, मुर्गे ने दूसरी बार बाँग दी। पतरस को उसी समय वे शब्द याद हो आये जो उससे यीशु ने कहे थे: “इससे पहले कि मुर्गा दो बार बाँग दे, तू मुझे तीन बार नकारेगा।” तब पतरस जैसे टूट गया। वह फूट-फूट कर रोने लगा। Hindi Holy Bible तब तुरन्त दूसरी बार मुर्ग ने बांग दी: पतरस को वह बात जो यीशु ने उस से कही थी स्मरण आई, कि मुर्ग के दो बार बांग देने से पहिले तू तीन बार मेरा इन्कार करेगा: वह इस बात को सोचकर रोने लगा॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) ठीक उसी समय मुर्गे ने दूसरी बार बाँग दी और पतरस को याद आया कि येशु ने उससे कहा था : ‘मुर्गे के दो बार बाँग देने से पहले ही तुम मुझे तीन बार अस्वीकार करोगे,’ और वह फूट-फूट कर रोने लगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तब तुरन्त दूसरी बार मुर्ग़ ने बाँग दी। पतरस को वह बात जो यीशु ने उससे कही थी स्मरण आई : “मुर्ग़ के दो बार बाँग देने से पहले तू तीन बार मेरा इन्कार करेगा।” और वह इस बात को सोचकर रोने लगा। सरल हिन्दी बाइबल उसी क्षण मुर्गे ने दूसरी बार बांग दी. पेतरॉस को मसीह येशु की वह पहले से कही हुए बात याद आई, “इसके पहले कि मुर्ग दो बार बांग दे, तुम तीन बार मुझे नकार चुके होंगे.” पेतरॉस फूट-फूटकर रोने लगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तब तुरन्त दूसरी बार मुर्गे ने बाँग दी पतरस को यह बात जो यीशु ने उससे कही थी याद आई, “मुर्गे के दो बार बाँग देने से पहले तू तीन बार मेरा इन्कार करेगा।” वह इस बात को सोचकर फूट फूटकर रोने लगा। |
यीशु ने उससे कहा,“मैं तुझसे सच कहता हूँ कि इसी रात को मुरगे के बाँग देने से पहले तू तीन बार मेरा इनकार करेगा।”
तब यीशु ने उससे कहा,“मैं तुझसे सच कहता हूँ कि आज इसी रात को, मुरगे के दो बार बाँग देने से पहले, तू तीन बार मेरा इनकार करेगा।”
परंतु उसने यह कहकर इनकार किया, “मैं नहीं जानता और न ही मेरी समझ में आ रहा है कि तू क्या कह रही है?” फिर वह बाहर प्रवेश द्वार की ओर चला गया, और मुरगे ने बाँग दी।
तब वह अपने को कोसने और शपथ खाने लगा, “जिस मनुष्य की तुम बात कर रहे हो, उसे मैं नहीं जानता।”
परंतु पतरस ने कहा, “मैं नहीं जानता कि तू क्या कह रहा है।” और अभी वह कह ही रहा था कि तुरंत मुरगे ने बाँग दी।
क्योंकि जो दुःख परमेश्वर की इच्छा के अनुसार होता है, वह उद्धार के लिए ऐसा पश्चात्ताप उत्पन्न करता है जिसके लिए पछताना नहीं पड़ता; परंतु सांसारिक दुःख मृत्यु उत्पन्न करता है।