न्याय के दिन नीनवे के लोग इस पीढ़ी के साथ उठ खड़े होंगे और इसे दोषी ठहराएँगे, क्योंकि उन्होंने योना का प्रचार सुनकर पश्चात्ताप किया, परंतु देखो, यहाँ वह है जो योना से भी बढ़कर है।
मरकुस 13:10 - नवीन हिंदी बाइबल परंतु पहले सब जातियों में सुसमाचार का प्रचार किया जाना आवश्यक है। पवित्र बाइबल किन्तु यह आवश्यक है कि पहले सब किसी को सुसमाचार सुना दिया जाये। Hindi Holy Bible पर अवश्य है कि पहिले सुसमाचार सब जातियों में प्रचार किया जाए। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) यह आवश्यक है कि पहले सब जातियों को शुभ-समाचार सुनाया जाए। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) पर अवश्य है कि पहले सुसमाचार सब जातियों में प्रचार किया जाए। सरल हिन्दी बाइबल यह ज़रूरी है कि इसके पहले सभी राष्ट्रों में सुसमाचार का प्रचार किया जाए. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 पर अवश्य है कि पहले सुसमाचार सब जातियों में प्रचार किया जाए। |
न्याय के दिन नीनवे के लोग इस पीढ़ी के साथ उठ खड़े होंगे और इसे दोषी ठहराएँगे, क्योंकि उन्होंने योना का प्रचार सुनकर पश्चात्ताप किया, परंतु देखो, यहाँ वह है जो योना से भी बढ़कर है।
फिर राज्य का यह सुसमाचार सारे जगत में प्रचार किया जाएगा कि सब जातियों के लिए साक्षी हो और तब अंत आ जाएगा।
पहले तो मैं तुम सब के लिए यीशु मसीह के द्वारा अपने परमेश्वर का धन्यवाद करता हूँ, क्योंकि तुम्हारे विश्वास का प्रचार समस्त संसार में हो रहा है।
परंतु मैं कहता हूँ, “क्या उन्होंने नहीं सुना?” उन्होंने अवश्य सुना है : उनकी वाणी संपूर्ण पृथ्वी पर, और उनके वचन जगत के छोर तक फैल गए हैं।
चिह्नों और अद्भुत कार्यों के सामर्थ्य से, और परमेश्वर के आत्मा के सामर्थ्य से मेरे द्वारा किए; यहाँ तक कि मैंने यरूशलेम से लेकर चारों ओर इल्लुरिकुम तक मसीह के सुसमाचार का पूरा प्रचार किया है।
यह तभी होगा यदि तुम विश्वास में दृढ़ होकर स्थिर बने रहो और उस सुसमाचार की आशा को न छोड़ो जिसे तुमने सुना, जिसका प्रचार आकाश के नीचे सारी सृष्टि में किया गया, और जिसका मैं पौलुस सेवक बना।
जो तुम्हारे पास पहुँचा है, और जैसे यह सुसमाचार सारे जगत में फलता और बढ़ता जा रहा है, वैसे ही जिस दिन तुमने उसे सुना और सत्य से परमेश्वर के अनुग्रह को जाना, तब से तुम्हारे बीच में भी हो रहा है;
तब मैंने एक और स्वर्गदूत को आकाश में उड़ते हुए देखा। उसके पास पृथ्वी पर रहनेवाली प्रत्येक जाति, कुल, भाषा और राष्ट्र के लोगों को सुनाने के लिए सनातन सुसमाचार था।