दुष्ट अपने मन में कहता है, “परमेश्वर भूल गया है, उसने अपना मुँह छिपा रखा है; वह कभी नहीं देखेगा।”
भजन संहिता 90:8 - नवीन हिंदी बाइबल तूने हमारे अधर्मों को अपने सम्मुख, और हमारे गुप्त पापों को अपने मुख की ज्योति में रखा है। पवित्र बाइबल तू हमारे सब पापों को जानता है। हे परमेश्वर, तू हमारे हर छिपे पाप को देखा करता है। Hindi Holy Bible तू ने हमारे अधर्म के कामों से अपने सम्मुख, और हमारे छिपे हुए पापों को अपने मुख की ज्योति में रखा है॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तूने अपने सम्मुख हमारे अधर्म के कार्यों को, अपने मुख की ज्योति में हमारे गुप्त पापों को रखा है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) तू ने हमारे अधर्म के कामों को अपने सम्मुख, और हमारे छिपे हुए पापों को अपने मुख की ज्योति में रखा है। सरल हिन्दी बाइबल हमारे अपराध आपके सामने खुले हैं, आपकी उपस्थिति में हमारे गुप्त पाप प्रकट हो जाते हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 तूने हमारे अधर्म के कामों को अपने सम्मुख, और हमारे छिपे हुए पापों को अपने मुख की ज्योति में रखा है। |
दुष्ट अपने मन में कहता है, “परमेश्वर भूल गया है, उसने अपना मुँह छिपा रखा है; वह कभी नहीं देखेगा।”
तूने ये काम किए, पर मैं चुप रहा; इसलिए तूने समझ लिया कि मैं तेरे ही समान हूँ। मैं तुझे फटकारूँगा और तेरी आँखों के सामने एक-एक करके सब कुछ दिखाऊँगा।
क्योंकि मनुष्य के मार्ग यहोवा की दृष्टि में बने रहते हैं, और वह उसके सारे चाल-चलन को देखता है।
क्योंकि परमेश्वर प्रत्येक कार्य और प्रत्येक गुप्त बात का, चाहे वह भली हो या बुरी, न्याय करेगा।
या उसका किया हुआ पाप उस पर प्रकट हो जाए, तो वह एक निर्दोष बकरा बलिदान करने के लिए ले आए।
या उसका किया हुआ पाप उस पर प्रकट हो जाए, तो वह अपने पाप के कारण अपनी भेंट के रूप में एक निर्दोष बकरी ले आए।
यह उस दिन होगा जब परमेश्वर मेरे सुसमाचार के अनुसार मसीह यीशु के द्वारा मनुष्यों की गुप्त बातों का न्याय करेगा।
इसलिए समय से पहले अर्थात् जब तक प्रभु न आ जाए, किसी बात का न्याय मत करो। वही अंधकार में छिपी बातों को प्रकाशित करेगा और मनों के उद्देश्यों को प्रकट करेगा। तब परमेश्वर की ओर से प्रत्येक की प्रशंसा होगी।
फिर मैंने छोटे और बड़े, सब मृतकों को सिंहासन के सामने खड़े हुए देखा। तब पुस्तकें खोली गईं; फिर एक और पुस्तक खोली गई, जो जीवन की पुस्तक है। उन पुस्तकों में लिखी हुई बातों के आधार पर सब मृतकों का न्याय उनके कार्यों के अनुसार किया गया।