तो उसने अपनी पत्नी सारा के विषय में कहा कि वह उसकी बहन है। इसलिए गरार के राजा अबीमेलेक ने सारा को बुलवाकर अपने पास रख लिया।
भजन संहिता 34:1 - नवीन हिंदी बाइबल मैं हर समय यहोवा को धन्य कहूँगा; उसकी स्तुति निरंतर मेरे मुख से होती रहेगी। पवित्र बाइबल मैं यहोवा को सदा धन्य कहूँगा। मेरे होठों पर सदा उसकी स्तुति रहती है। Hindi Holy Bible मैं हर समय यहोवा को धन्य कहा करूंगा; उसकी स्तुति निरन्तर मेरे मुख से होती रहेगी। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) मैं प्रभु को हर समय धन्य कहूँगा। मैं निरन्तर उसकी स्तुति करता रहूंगा। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) मैं हर समय यहोवा को धन्य कहा करूँगा; उसकी स्तुति निरन्तर मेरे मुख से होती रहेगी। सरल हिन्दी बाइबल हर एक स्थिति में मैं याहवेह को योग्य कहता रहूंगा; मेरे होंठों पर उनकी स्तुति-प्रशंसा के उद्गार सदैव ही बने रहेंगे. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 मैं हर समय यहोवा को धन्य कहा करूँगा; उसकी स्तुति निरन्तर मेरे मुख से होती रहेगी। |
तो उसने अपनी पत्नी सारा के विषय में कहा कि वह उसकी बहन है। इसलिए गरार के राजा अबीमेलेक ने सारा को बुलवाकर अपने पास रख लिया।
फिर ऐसा हुआ कि उस देश में अकाल पड़ा, यह उस अकाल से अलग था जो पहले अब्राहम के दिनों में पड़ा था। इसलिए इसहाक पलिश्तियों के राजा अबीमेलेक के पास गरार को गया।
जन्म से ही तूने मुझे संभाला; मुझे माता के गर्भ से तूने ही निकाला। इसलिए मैं निरंतर तेरी स्तुति करता रहूँगा।
जो मनुष्य का भय मानता है वह अपने लिए जाल बिछाता है, परंतु जो यहोवा पर भरोसा रखता है, वह सुरक्षित रहता है।
आधी रात के लगभग पौलुस और सीलास प्रार्थना कर रहे थे और परमेश्वर के भजन गा रहे थे, और बंदी उनकी सुन रहे थे।
तब वे महासभा के सामने से आनंदित होकर चले गए कि हम उसके नाम के लिए अपमानित होने के योग्य तो ठहरे;
और सब बातों के लिए हमारे प्रभु यीशु मसीह के नाम से परमेश्वर पिता का सदा धन्यवाद करते रहो,
वचन से या कार्य से तुम जो कुछ भी करो, सब प्रभु यीशु के द्वारा परमेश्वर पिता को धन्यवाद देते हुए उसके नाम से करो।
हे भाइयो, तुम्हारे विषय में हमें परमेश्वर का सदैव धन्यवाद करना चाहिए, और यह उचित भी है, क्योंकि तुम्हारा विश्वास बढ़ रहा है, और एक दूसरे के प्रति तुम सब का प्रेम भी बढ़ता जा रहा है।
हे भाइयो, प्रभु के प्रियो, हमें तुम्हारे विषय में परमेश्वर का सदैव धन्यवाद करना चाहिए, क्योंकि परमेश्वर ने आरंभ से ही तुम्हें चुन लिया है कि तुम आत्मा के द्वारा पवित्र बनकर और सत्य पर विश्वास करके उद्धार पाओ।