फिलिप्पियों 1:28 - नवीन हिंदी बाइबल और किसी भी बात में विरोधियों से भयभीत नहीं होते। यह उनके लिए तो विनाश का, परंतु तुम्हारे लिए उद्धार का प्रमाण है; और यह परमेश्वर की ओर से है। पवित्र बाइबल तथा मैं यह भी सुनना चाहता हूँ कि तुम अपने विरोधियों से किसी प्रकार भी नहीं डर रहे हो। तुम्हारा यह साहस उनके विनाश का प्रमाण है और यही प्रमाण है तुम्हारी मुक्ति का और परमेश्वर की ओर से ऐसा ही किया जायेगा। Hindi Holy Bible और किसी बात में विरोधियों से भय नहीं खाते यह उन के लिये विनाश का स्पष्ट चिन्ह है, परन्तु तुम्हारे लिये उद्धार का, और यह परमेश्वर की ओर से है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) और विरोधियों से तनिक भी नहीं डरते। आपकी यह दृढ़ता परमेश्वर का वरदान है और यह विरोधियों के लिए विनाश का, किन्तु आपके लिए मुक्ति का संकेत है। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) और किसी बात में विरोधियों से भय नहीं खाते। यह उनके लिये विनाश का स्पष्ट चिह्न है, परन्तु तुम्हारे लिये उद्धार का और यह परमेश्वर की ओर से है। सरल हिन्दी बाइबल विरोधियों से किसी भी प्रकार भयभीत न हो—यह उनके विनाश का, किंतु तुम्हारे उद्धार का सबूत है और वह भी परमेश्वर की ओर से. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 और किसी बात में विरोधियों से भय नहीं खाते। यह उनके लिये विनाश का स्पष्ट चिन्ह है, परन्तु तुम्हारे लिये उद्धार का, और यह परमेश्वर की ओर से है। |
जो धन्यवाद का बलिदान चढ़ाता है वह मेरी महिमा करता है, और जो अपना मार्ग सीधा बनाए रखता है, उसे मैं परमेश्वर का किया हुआ उद्धार दिखाऊँगा।”
उनसे मत डरो, जो शरीर को घात करते हैं पर आत्मा को घात नहीं कर सकते; बल्कि उससे डरो जो आत्मा और शरीर दोनों को नरक में नाश कर सकता है।
“इसलिए तुम जान लो कि परमेश्वर का यह उद्धार गैरयहूदियों के पास भेजा गया है; और वे सुनेंगे।”
अब यदि संतान हैं, तो उत्तराधिकारी भी—परमेश्वर के उत्तराधिकारी, और मसीह के सह-उत्तराधिकारी—जबकि हम उसके साथ महिमा पाने के लिए उसके साथ दुःख उठाते हैं।
परंतु तुम तो जानते हो कि फिलिप्पी में दुःख उठाने और अपमान सहने पर भी, हमें अपने परमेश्वर में ऐसा साहस प्राप्त हुआ कि हम घोर विरोध के बीच तुम्हें परमेश्वर का सुसमाचार सुना सके।
इसलिए हम साहस के साथ कहते हैं : प्रभु मेरा सहायक है, मैं न डरूँगा; मनुष्य मेरा क्या कर सकता है?
जिन दुःखों को तू भोगने वाला है उनसे मत डर। देख, शैतान तुममें से कुछ को बंदीगृह में डालने पर है कि तुम परखे जाओ; और तुम्हें दस दिन तक क्लेश उठाना होगा। मृत्यु तक विश्वासयोग्य बना रह, तो मैं तुझे जीवन का मुकुट दूँगा।