प्रेरितों के काम 6:11 - नवीन हिंदी बाइबल तब उन्होंने कुछ लोगों को उकसाया जो कहने लगे, “हमने इसे मूसा और परमेश्वर के विरुद्ध निंदा की बातें कहते सुना है।” पवित्र बाइबल फिर उन्होंने कुछ लोगों को लालच देकर कहलवाया, “हमने मूसा और परमेश्वर के विरोध में इसे अपमानपूर्ण शब्द कहते सुना है।” Hindi Holy Bible इस पर उन्होने कई लोगों को उभारा जो कहने लगे, कि हम ने इस को मूसा और परमेश्वर के विरोध में निन्दा की बातें कहते सुना है। पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) तब उन्होंने घूस दे कर कुछ व्यक्तियों को यह कहने के लिए फुसलाया, “हमने स्तीफनुस को मूसा तथा परमेश्वर की निन्दा करते सुना है।” पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) इस पर उन्होंने कई लोगों को उभारा जो कहने लगे, “हम ने इसको मूसा और परमेश्वर के विरोध में निन्दा की बातें कहते सुना है।” सरल हिन्दी बाइबल इसलिये उन्होंने गुप्त रूप से कुछ लोगों को यह कहने के लिए फुसलाया, “हमने इसे मोशेह तथा परमेश्वर के विरुद्ध निंदनीय शब्दों का प्रयोग करते हुए सुना है.” इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इस पर उन्होंने कई लोगों को उकसाया जो कहने लगे, “हमने इसे मूसा और परमेश्वर के विरोध में निन्दा की बातें कहते सुना है।” |
यहोवा के नाम की निंदा करनेवाला अवश्य मार डाला जाए; सारी मंडली के लोग निश्चय उस पर पथराव करें। चाहे वह देशवासी हो या परदेशी, यदि कोई यहोवा के नाम की निंदा करे तो वह मार डाला जाए।
हम जानते हैं कि परमेश्वर ने मूसा से बातें कीं, परंतु हम इसको नहीं जानते कि कहाँ का है।”
क्योंकि प्राचीन काल से नगर-नगर में मूसा की व्यवस्था का प्रचार करनेवाले रहे हैं और वह हर सब्त के दिन आराधनालयों में पढ़ी जाती है।”
परंतु जब वे उसका विरोध और निंदा करने लगे तो उसने अपने वस्त्र झाड़ते हुए उनसे कहा, “तुम्हारा लहू तुम्हारे सिर पर हो; मैं निर्दोष हूँ। अब से मैं गैरयहूदियों के पास जाऊँगा।”
चिल्लाए, “हे इस्राएलियो, हमारी सहायता करो! यह वही मनुष्य है जो हर स्थान पर सब को हमारे लोगों और व्यवस्था और इस स्थान के विरुद्ध सिखाता है, यहाँ तक कि इसने यूनानियों को भी मंदिर में लाकर इस पवित्र स्थान को अशुद्ध कर दिया है।”
और पौलुस के विरुद्ध उससे विनती करने लगे कि वह पौलुस को यरूशलेम में बुलवाने की कृपा करे; क्योंकि वे उसे मार्ग में मार डालने की ताक में थे।
जब वह आया तो यरूशलेम से आए हुए यहूदी उसके चारों ओर खड़े हो गए, और बहुत से गंभीर आरोप लगाने लगे जिन्हें वे प्रमाणित नहीं कर सकते थे।
मैं सब आराधनालयों में उन्हें यातना दे देकर यीशु की निंदा करने के लिए विवश करता रहा, और यहाँ तक कि उनके विरुद्ध क्रोध से भरकर बाहर के नगरों तक भी उनका पीछा करता रहा।
और लोगों और धर्मवृद्धों और शास्त्रियों को भड़काया। फिर उन्होंने आकर उसे पकड़ा और महासभा में ले आए।
तब उन्होंने झूठे गवाहों को खड़ा किया जिन्होंने कहा, “यह मनुष्य इस पवित्र स्थान और व्यवस्था के विरुद्ध बोलता रहता है।
फिर हम क्यों न कहें, “आओ हम बुराई करें कि भलाई उत्पन्न हो,” जैसे कि कुछ लोगों द्वारा हम पर यह कहने का झूठा आरोप लगाया जाता है? उनका दोषी ठहराया जाना उचित है।
पहले तो मैं निंदा करनेवाला, सतानेवाला और हिंसक व्यक्ति था, फिर भी मुझ पर दया की गई क्योंकि मैंने यह सब अविश्वास की दशा में अज्ञानता से किया था;