यीशु दिन को मंदिर-परिसर में उपदेश दिया करता था, और रात को बाहर जाकर जैतून नामक पहाड़ पर रहा करता था;
प्रेरितों के काम 5:42 - नवीन हिंदी बाइबल और उन्होंने प्रतिदिन मंदिर-परिसर और घर-घर में उपदेश देना और यह सुसमाचार सुनाना न छोड़ा कि यीशु ही मसीह है। पवित्र बाइबल फिर मन्दिर और घर-घर में हर दिन इस सुसमाचार का कि यीशु मसीह है उपदेश देना और प्रचार करना उन्होंने कभी नहीं छोड़ा। Hindi Holy Bible और प्रति दिन मन्दिर में और घर घर में उपदेश करने, और इस बात का सुसमाचार सुनाने से, कि यीशु ही मसीह है न रूके॥ पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) वे प्रतिदिन मन्दिर में और घर-घर जा कर निरंतर शिक्षा देते रहे और येशु मसीह का शुभ समाचार सुनाते रहे। पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) वे प्रतिदिन मन्दिर में और घर–घर में उपदेश करने, और इस बात का सुसमाचार सुनाने से कि यीशु ही मसीह है न रुके। सरल हिन्दी बाइबल वे प्रतिदिन नियमित रूप से मंदिर प्रांगण में तथा घर-घर जाकर यह प्रचार करते तथा यह शिक्षा देते रहे कि येशु ही वह मसीह हैं. इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 इसके बाद हर दिन, मन्दिर में और घर-घर में, वे लगातार सिखाते और प्रचार करते थे कि यीशु ही मसीह है। |
यीशु दिन को मंदिर-परिसर में उपदेश दिया करता था, और रात को बाहर जाकर जैतून नामक पहाड़ पर रहा करता था;
जब मैं प्रतिदिन तुम्हारे साथ मंदिर में था, तब तुमने मुझ पर हाथ नहीं डाला; परंतु यह तुम्हारी घड़ी है और अंधकार का अधिकार है।”
परंतु उनमें से कुछ साइप्रसवासी और कुरेनी थे, जो अंताकिया में आकर यूनानियों को भी प्रभु यीशु का सुसमाचार सुनाने लगे।
तब कुछ इपिकूरी और स्तोईकी दार्शनिक भी उससे तर्क-वितर्क करने लगे; और कुछ कह रहे थे, “यह बकवादी क्या कहना चाहता है?” परंतु दूसरों ने कहा, “वह परदेशी देवताओं का प्रचारक लगता है।” क्योंकि वह यीशु और पुनरुत्थान का सुसमाचार सुना रहा था।
और यह समझाता और प्रकट करता रहा कि मसीह का दुःख उठाना और मृतकों में से जी उठना अवश्य था, और “जिस यीशु का प्रचार मैं तुम्हारे बीच करता हूँ, वही मसीह है।”
वे प्रतिदिन एक मन होकर मंदिर-परिसर में निरंतर इकट्ठा होते, घर-घर रोटी तोड़ते, आनंद तथा मन की सीधाई से भोजन करते,
और किस प्रकार जो-जो लाभ की बातें थीं उन्हें तुम्हें बताने, और सब के सामने तथा घर-घर तुम्हें सिखाने से मैं नहीं झिझका,
अब, हे प्रभु, उनकी धमकियों को देख, और अपने दासों को वरदान दे कि तेरा वचन पूरे साहस के साथ सुनाएँ,
तब फिलिप्पुस ने अपना मुँह खोला और पवित्रशास्त्र के इसी लेख से आरंभ करके उसे यीशु का सुसमाचार सुनाया।
क्योंकि मैंने निश्चय किया था कि तुम्हारे बीच यीशु मसीह को अर्थात् जिसे क्रूस पर चढ़ाया गया, उसे छोड़ और किसी बात को न जानूँ।
कि वह मुझमें अपने पुत्र को प्रकट करे ताकि मैं गैरयहूदियों के बीच उसका सुसमाचार सुनाऊँ, तो मैंने न तो मांस और लहू से सलाह ली,
परंतु ऐसा कभी न हो कि मैं हमारे प्रभु यीशु मसीह के क्रूस को छोड़ किसी और बात पर घमंड करूँ, जिसके द्वारा संसार मेरे प्रति क्रूस पर चढ़ाया जा चुका है और मैं संसार के प्रति।
वचन का प्रचार कर, समय-असमय तैयार रह, बड़े धैर्य से शिक्षा देते हुए समझा, डाँट और प्रोत्साहित कर।